एशियन गेम्स 2018 का आगाज हो चुका है। ऐसे में भारतीय खिलाड़ी पूरे तन-मन और जुनून से देश के लिए स्वर्ण लाने में जुट गए हैं। नतीज यह हुआ कि पहले दिन ही भारत के झोली में स्वर्ण पदक आ गया। भारत के बजरंग पूनिया ने 18वें एशियाई खेलों के पहले दिन रविवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जापान के दाइजी ताकातानी को 11-8 से मात देते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। स्वर्ण पदक जीतने के बाद उन्होंने कहा कि  ‘मैं यह गोल्ड मेडल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित करता हूं।’

इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में बजरंग ने मंगोलिया के बाटमगनाई बैटचुलुन को 10-0 से मात दी और शान के साथ फाइनल में प्रवेश किया। बता दें किअपनी स्वर्ण पदक बाउट से पहले बजरंग ने उज्बेकिस्तान के खासानोव सिरोजिद्दीन (13-3), ताजिकिस्तान के फेजिएव अब्दुलकोसिम (12-2) और मंगोलिया के बातचुलुन्न बातमागनाई (10-0) को हराकर गोल्ड पर कब्जा जमाया। देश के गोल्ड ब्वॉय बजरंग पूनिया को कुश्ती विरासत में मिली है। उनके पिता बलवान पूनिया भी एक पहलवान थे, लेकिन पैसों तंगी और खराब हालातों के चलते उन्हें कभी खुद को साबित करने का मौका नहीं मिला।

बजरंग पूनिया ने  सफलता का श्रेय अपने मेंटॉर और ओलिंपिक मेडलिस्ट रेसलर योगेश्वर दत्त को दिया। 24 वर्षीय इस पहलवान ने कहा कि मैंने योगी भाई से किया हुआ वादा पूरा किया है। बजरंग ने कहा, ‘टूर्नमेंट से पहले योगी भाई ने कहा था कि मैंने 2014 में गोल्ड जीता था, अब तुम्हें यह करना है। साथ ही उन्होंने अपने भविष्य के लक्ष्य के बारे में कहा कि अब मेरी नजरें ओलिंपिक मेडल पर हैं। मैं इसकी पूरी तैयारी करुंगा।

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