नवी मुंबई के जुईनगर इलाके से बैंक लूट की एक सनसनीखेज वारदात की खबर सामने आई है। यह वारदात इलाके में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में हुई, जहां चोरों ने करीब 30 फीट लंबी सुरंग खोद 30 बैंक लॉकरों को लूट लिया। यह घटना शनिवार और रविवार के साप्ताहांत में हुई, जब बैंक में अवकाश होता है।
जानकारी के मुताबिक बैंक की एक खाताधारक रूपाली अडागले जब अपने लॉकर से कुछ निकालने लॉकर रूम की तरफ गईं, तब उनकी आंखे खुली की खुली रह गई। लॉकर रूम के 225 लॉकरों में से 30 लॉकर खुले हुए थे और पूरा कमरा अस्त-व्यस्त था। महिला ने तुरंत बैंक के कर्मचारियों को सूचना दी। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया।
पुलिस ने सुरंग की छानबीन की तो इसका रास्ता बगल के एक दुकान में जाकर खुला। यह दुकान शरद कोठावले की है, जिसे उन्होंने गेना प्रसाद नाम के शख्स को किराए पर दिया था। बताया जा रहा है कि चोर काफी समय से दुकान में खुदाई कर रहे थे। किसी को भनक न लगे और सुरंग ना गिरे, इसके लिए चोरों ने बल्लियों और प्लाई का सहारा लिया था। घटना के बाद से दुकान में रहने वाले लोग फरार हैं।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में लगी है। प्रारंभिक जांच में पुलिस झारखंड के एक गिरोह पर शक कर रही है, जो इस इलाके में पहले भी ऐसे वारदात कर चुके हैं। नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने बताया कि चोरों ने मई में बैंक के बगल में एक दुकान किराये पर ली थी। इसके बाद उन्होंने रेकी करके इलाके और बैंक के बारे में पूरी जानकारी जुटायी और फिर घटना को अंजाम दिया।
नगराले ने कहा कि हालांकि वे कैश रिजर्व को नहीं खोल सके, नहीं तो घटना और बड़ी हो जाती। नगराले ने बताया कि लूटे गए माल की छानबीन की जा रही है, जिसका मूल्य करोड़ों रुपये में हो सकता है। नगराले ने आरोपियों को दबोचने के लिए पुलिस टीम गठित करने की बात कही है।
चोरी का पता लगने के बाद बैंक प्रभावित ग्राहकों की पुष्टि करने में जुटा है। उन्हीं के जानकारी के आधार पर हुए लूट या नुकसान के बारे में पता लगाया जा सकेगा। फिलहाल जिनके लॉकर लूटे गए हैं, वे काफी हताश और निराश नजर हैं। उनकी जिंदगी भर की कमाई लूट चुकी है और उनके आंखों में आंसू व चेहरे पर निराशा साफ दिख रहा है।