मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में कमलनाथ का मतलब ‘आंधी’। महज 22 साल की उम्र में कांग्रेस का हाथ थामने वाले कमलनाथ छिंदवाड़ा से अब तक 9 बार सांसद चुने जा चुके है। वो 34 साल की उम्र में छिंदवाड़ा से जीत कर पहली बार लोकसभा पहुंचे थे। छिंदवाड़ा की जनता में कमलनाथ की गहरी पैठ मानी जाती है।

छिंदवाड़ा के विकास मॉडल की तारीफ वहां की जनता के साथ कमलनाथ के विरोधी भी करते रहे हैं और अब वही ‘छिंदवाड़ा मॉडल’ मध्यप्रदेश का मॉडल बनने जा रहा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता और 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे कमलनाथ ने भविष्य की अपनी योजनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है।

उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा,कि मध्यप्रदेश में अब विकास का छिंदवाड़ा मॉडल लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा, कि युवाओं को रोजगार और कर्जमाफी पर जल्द से जल्द काम शुरू हो जाएगा। हालांकि ख़बर है कि बैंकों से कर्ज के आंकड़े जुटाने का काम शुरू भी हो चुका है।

क्या है कमलनाथ का ‘छिंदवाड़ा मॉडल’ ?

मध्यप्रदेश का छिंदवाड़ा जिला आदिवासी इलाका है,जो कभी देश के पिछड़े जिलों में शामिल था। लेकिन कमलनाथ के छिंदवाड़ा से सांसद बनने के बाद इलाके की पूरी तस्वीर बदल गई।
छिंदवाड़ा से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं।
दिल्ली के लिए सीधी रेल सेवा है।
छिंदवाड़ा एजुकेशन हब के तौर पर विकसित हो चुका है।
मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज,पॉलिटेक्निक कॉलेज,फुटवेयर डिजाइन सेंटर, नॉलेज सिटी, 6 केंद्रीय विद्यालय, एक नवोदय स्कूल समेत ATDC, CII और NIIT जैसे बड़े स्किल सेंटर्स हैं।
कमलनाथ युवाओं को रोजगार के लिए अपने क्षेत्र में बड़ी कंपनियां लेकर आए।
हिंदुस्तान यूनी लीवर, ब्रिटानिया, रेमंड, भंसाली जैसी नामी कंपनियों ने छिंदवाड़ा में उद्योग लगाए हैं।

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