यूरोप, अमेरिका और चीन समेत दुनिया के 90 से अधिक देशों पर एक साथ साइबर हमले हुए हैं। इस कम्प्यूटर वायरस के हमले से तमाम देशों के कम्प्यूटरों ने काम करना बंद कर दिया है। हैकर्स ने अस्पतालों में नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) से जुड़ के कंप्यूटरों को हैक किया है। साइबर हमले की शिकार अस्पताल के आलावा कई टेलीकॉम कंपनियां भी हुई हैं।

512खबरों के मुताबिक, इन कम्प्यूटरों को हैकर ने रैंजमवेयर के जरिए हैक किया था। लगभग 90 देश इस साइबर हमले की चपेट में आए हैं।इसके तहत लगभग 75 हजार से अधिक कंप्यूटरों को हैकरों ने अपना निशाना बनाया है। ब्रिटेन के नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) को निशाना बनाने वाले रैंजमवेयर का नाम WanaCrypt0r 2.0 है।

हमले के बाद हैकरों ने संदेश छोड़ा कि अगर सबकुछ पहले जैसा चाहिए तो इन देशों को बिटकॉइन में फिरौती देनी होगी। इस हमले के बाद दुनियाभर में हड़कंप मच गया है। हालांकि अब तक भारत में इस हमले को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार की दोपहर अस्पतालों के कम्प्यूटर अचानक लॉक हो गए। लंदन, नॉर्थवेस्ट इंग्लैंड और अन्य देशों के दूसरे हिस्सों में मौजूद अस्पतालों के कम्प्यूटर हैक कर लिये गए। साइबर हमले की आशंका को देखते हुए मरीजों से केवल आकस्मिक स्थिति में ही अस्पताल आने को कहा गया है।

एनएचएस के एक कर्मचारी ने बताया कि ‘दोपहर साढ़े बारह बजे ईमेल सर्वर अचानक डाउन हो गया। इसके बाद क्लीनिकल सिस्टम और पेशंट सिस्टम भी धीमा हो गया।’ एनएचएस का कहना है कि वह इस समस्या के बारे में अपडेट के साथ जल्दी ही नई जानकारी साझा करेगा।

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