India China Border Clash: भारत और चीन के सैनिकों के बीच 9 दिसंबर 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में झड़प हुई थी। आज यानी मंगलवार को संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मसले पर कहा कि चीन की सेना ने घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसको भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। इस झड़प को लेकर देश और संसद में मामला तूल पकड़ा हुआ है। वहीं, इस घटना पर चीन की भी प्रतिक्रिया आई है।
India China Border Clash: सैन्य और राजनयिक स्तर पर वार्ता जारी-चीन
भारत और चीन की सेना के बीच तवांग में एलएसी पर झड़प हुई थी, जिसमें कुछ सैनिकों को हल्की चोटें भी आई थी। वहीं, इस मामले को लेकर चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है। न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार, चीनी सेना का कहना है कि भारतीय सेना के जवानों ने ‘अवैध रूप से’ विवादित सीमा पार की थी। आपको बता दें कि इससे पहले इस घटना को लेकर चीन ने कहा था कि भारत सीमा पर स्थिति स्थिर है। वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि भारत से सैन्य और राजनयिक स्तर पर वार्ता चल रही है।
गलवन घाटी में जून 2020 में हुई थी झड़प
विदित हो कि जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों पक्षों के बीच भयानक झड़प हुई, जब 20 भारतीय सैनिक देश के लिए शहीद हो गए और 40 से अधिक चीनी सैनिक मारे गए या घायल हो गए थे। तब से दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हैं। सैन्य कमांडरों के बीच कई बैठकों के बाद, भारतीय और चीनी सैनिक लद्दाख में गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स सहित प्रमुख बिंदुओं से पीछे हट गए थे। सरकारी सूत्रों के अनुसार, सीमा की “अलग-अलग धारणाओं” के कारण 2006 से इस तरह के टकराव हो रहे थे।
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