उत्तर प्रदेश में आदित्यनाथ योगी के मुख्यमंत्री बनते ही ‘यादव जाति के पुलिसकर्मियों को हटाने’ जैसा ट्वीट आईपीएस हिमांशु कुमार ने किया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी जावीद अहमद ने आईपीएस हिमांशु को सस्पेंड कर दिया है।
उन्होंने डीजीपी समेत अपने ही विभाग के कई अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव करने के आरोप लगाए थे। इस मामले पर अखिलेश यादव ने कहा, “यूपी में जाति विशेष के अफसरों का ट्रांसफर और सस्पेंशन हो रहा है, ये सभी जानते हैं।”
योगी के सत्ता में आने के बाद किसी बड़े अधिकारी का यह पहला निलंबन है। हिमांशु कुमार ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘यहां वरिष्ठ अधिकारियों में यादव सरनेम वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड या लाइन हाजिर करने की होड़ मची है।’
हालांकि हिमांशु कुमार बिहार में एक मुक़दमे में वांछित हैं उनकी पत्नी प्रिया ने उनके खिलाफ दहेज़ उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है। उनके खिलाफ बिहार की एक अदालत ने बेलेबल वारंट भी जारी किया है।
हिमांशु कुमार को अनुशासनहीनता के आरोप में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के आदेश पर निलंबित किया गया है. निलंबन की खबर आते ही हिमांशु कुमार ने फिर से एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘विजय सिर्फ सत्य की जीत’ होती है।
Truth alone triumphs.
— Himanshu Kumar IPS (@Himanshu_IPS) March 25, 2017