पिछले कुछ महीनों से भारत और पाकिस्तान के बीच में रिश्तों की कड़वाहट के बीच भी दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच एक बार फिर मुलाकात हुई। प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कज़ाख़िस्तान गए हुए हैं। यहीं गुरुवार रात एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच ख़राब संबंधों, जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर बढ़ती शत्रुता के बाद भी एक-दूसरे का अभिवादन किया। दोनों नेताओं के बीच 25 दिसंबर 2015 को लाहौर में हुई मुलाकात के बाद पहली बार आमना-सामना हुआ है। उस वक्त प्रधानमंत्री मोदी आश्चर्यजनक तरीके से लाहौर पहुंच गए थे। पिछले 10 से अधिक वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा थी।
पीएम मोदी ने दिखाई इंसानियत
हालांकि पीएम मोदी के कज़ाख़िस्तान में हो रहे सम्मेलन में जाने से पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि पीएम मोदी नवाज शरीफ से कोई बातचीत नही करेंगे। इस बाबत विदेश मंत्रालय की तरफ से भी एक बयान जारी करके कहा गया था कि पाकिस्तान के आतंकवादी रवैये के साथ उनसे कोई बातचीत संभव नहीं है। लेकिन शायद पीएम मोदी की उदारता और व्यवहारिकता ही ऐसी है जिसे देखकर दुश्मनों को भी दोस्ती करने पर मजबूर होना पड़ जाता है। सूत्रों का कहना है कि मोदी ने शरीफ से मुलाकात के दौरान उनकी मां और परिवार के बारे में भी पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार मोदी ने शरीफ से पूछा कि अब कैसी है मां। इसके बाद पीएम मोदी ने शरीफ से उनकी तबीयत के बारे में भी पूछा। आपको बता दें कि शरीफ की पिछले साल जून में ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी। जिसके बाद पहली बार दोनों नेताओं का आमना-सामना हुआ है। लिहाजा पीएम मोदी ने उनके स्वास्थ्य के बारे में भी पूछताछ की। अब आने वाले समय में देखना दिलचप्स होगा कि इस मधुर मुलाकात दोनों देशों के बीच पैदा हुई कड़वाहट को मिठास में बदल सकती है या नहीं।