पश्चिम बंगाल में शारदा घोटाले मामले को लेकर ममता और सीबीआई की जंग के बीच नवनियुक्त निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने अपना पदभार संभाला। शुक्ला ने सोमवार (4 फरवरी 2019) को सीबीआई के अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव से सभी चार्ज ले लिए हैं। बता दें कि ऋषि कुमार शुक्ला अगले दो साल के लिए बतौर सीबीआई निदेशक के तौर पर काम करेंगे।
#news: #दिल्लीः निदेशक के रूप में #ऋषि_कुमार_शुक्ला ने #CBIHQ में पदभार संभाला
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) February 4, 2019
कहा जा रहा है कि बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीबीआई के बीच रार पर शुक्ला की नजर रहेगी।
पीएनबी समेत इन पांच घोटालो की करेंगे जांच
सीबीआई के नवनियुक्त निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला हजारों करोड़ के पीएनबी घोटाले और आइसीआईसीआई बैंक घोटाले समेत पांच मामलों को जांच में सर्वोच्च वरीयता पर रखेंगे। सूत्रों का कहना है कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी के हजारों करोड़ के पीएनबी घोटाले, 3250 करोड़ रुपये के कर्ज अनियमितता के आईसीआईसीआई बैंक-वीडियोकॉन मामले समेत पांच बड़े आर्थिक घोटाले सीबीआई की जांच करने की वरीयता में सबसे ऊपर रहेंगे।
इसमें अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदा, शराब कारोबारी विजय माल्या के हजारों करोड़ के बकाया कर्ज और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम व उनके बेटे कार्ति चिदंबरम से जुड़े INX मीडिया मामले को सीबीआई सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखेगी।
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि जांच एजेंसी अब चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर, वीडियोकॉन समूह के प्रबंध निदेशक धूत और अन्य के खिलाफ समन भेजने की तैयारी कर रही है।
बता दें कि आलोक वर्मा के इस्तीफे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली चयन समिति ने मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को सीबीआई का निदेशक नियुक्त किया। इस समिति में पीएम के अलावा सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीष रंजन गोगोई और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल थे। हालांकि मल्लिकार्जुन खड़गे ऋषि कुमार के नियुक्ति रे विरोध में थे, लेकिन आलोक वर्मा को हटाने जाने की फैसले की तरह ही ऋषि कुमार की नियुक्ति भी 2-1 के निर्णय से हुई।
जानिए ऋषि कुमार शुक्ला के बारे में
ऋषि कुमार शुक्ला मध्य प्रदेश कैडर के 1983 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। ग्वालियर के रहने वाले शुक्ला ने अपनी पुलिस सेवा की शुरुआत रायपुर से की थी। वह मप्र कैडर के पहले पुलिस अफसर हैं, जिन्हें सीबीआइ डायरेक्टर बनाया गया। वह आइबी में एसपी से लेकर संयुक्त निदेशक स्तर तक के पदों पर रहे। मप्र में इंटेलीजेंस शाखा के प्रमुख के रूप में करीब सवा तीन साल काम करने के साथ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) में भी दो साल सेवा दी।