आज जबकि योगी सरकर के सत्ता संभाले एक साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है और बरसात के मौसम में सूबे की गड्ढेवाली सड़कें कातिल बन गई है। ऐसे में एपीएन की टीम यूपी की सड़कों का जायजा लेने के लिए सीतापुर पहुंची। सबसे पहले हमने सीतापुर शहर के विजय लक्ष्मी नगर इलाके की सड़कों का दौरा किया। ये सड़क बस अड्डे से PSC को जोड़ती है। इस सड़क पर शहर के कई नामचीन स्कूल, कोचिंग इंस्टीट्यूट और इसके साथ-साथ कई सरकारी दफ्तर भी है। यही वजह है कि यहां गाड़ियों की आवाजाही हमेशा बनी रहती है। लेकिन सड़के ऐसी कि यहां से लोगों का गुजरना मुहाल है। सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं।  पूरी सड़क जर्जर हाल में है। विजय लक्ष्मी नगर की इस सड़क की स्थिति ऐसी है कि देखकर यकीन ही नहीं होता कि यहां कभी पक्की सड़क बनी थी। सड़क का बोल्डर निकल गया है और तारकोल का नामोऩिशान नजर नहीं आता। पूरी की पूरी सड़क कच्ची नजर आती है। जिसमें कई खतरनाक गड्ढे बन गए है। थोड़ी सी बारिश होन पर यहां सड़क में कीचड़ भर जाता है और बारिश ज्यादा हुई तो सड़क के गड्ढों में पानी भर जाता है इसके बाद तो यहां नर्क का नजारा बन जाता है। इस सड़क पर कई स्कूल होने की वजह से बच्चे यहां से गुजरते है और गड्ढ़ों की वजह से कई बार हादसे का शिकार भी हो जाते हैं।

ऐसा नहीं है कि सरकार और प्रशासन को इस सड़क की दुर्दशा का पता नहीं।  रोजाना इस रास्ते से जिले के कई आला अधिकारी गुजरते है लेकिन जिम्मेदारियों से कैसे पल्ला झाड़ा जा सकता है ये कोई सीतापुर के अधिकारियों से सीखे। सरकार और प्रशासन की उदासीनता से अब सीतापुर की जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है।

विजय लक्ष्मी नगर के बाद आपको सीतापुर के एक और पॉश इलाका बेगम बाग की सड़कों का हाल दिखाते हैं।  सीएम की गड्ढामुक्ति अभियान के बावजूद सड़कों के गड्ढों के नहीं भरने पर बेगम बाग की सड़कें अपने किस्मत पर रो रही है। बेगम बाग की ये सड़क छोटी लाइन से बाईपास को जोड़ती है। सड़क जर्जर हो चुकी है और इनमें जगह-जगह पर गड्ढे बन गए हैं।  बारिश के वक्त तो बेगम बाग की इस सड़क का बुरा हाल रहता है। सड़क के गड्डों में पानी भर जाता है और लोगों को यहां से निकलने में बड़ी दिक्कत होती हैं।

सीतापुर शहर की दो महत्वपूर्ण सड़कों का हाल बताने के बाद चलिए आपको बताते है। यहां की ग्रामीण सड़कों का हाल। सीतापुर के खैराबाद से मछरेहटा जाने वाली सड़क की स्थिति ऐसी कि इसे सड़क कहना सड़क की तौहीन होगी। पूरी सड़क जर्जरहाल में है। सड़क में इतने बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं कि देखकर यकीन करना मुश्किल है कि ये उसी सूबे की सड़क है जिसके मुख्यमंत्री ने अपने एक साल का कार्यकाल पूरा होने के मौके पर सूबे की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त घोषित कर दिया था। इस सड़क में दो चार नहीं बल्कि हजारों गड्ढे हैं  जो सरकार के दावों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। सीतापुर के खैराबाद से मछरेहटा जाने वाली सड़क 15 किलोमीटर लंबी है। इस पूरी सड़क का हमने सफर तय किया लेकिन यकीन मानिए हमें एक भी जगह ऐसी नहीं मिली जिसमें बड़े-बड़े गड्ढे नहीं हो।

योगी सरकार का वादा तो सूबे की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का था। लेकिन हकीकत में सब कुछ चुनावी जुमला नजर आता है। सरकार ने एक साल पूरे होने पर उत्तर प्रदेश की सभी सड़कों के गड्ढामुक्त होने की घोषणा तो कर दी लेकिन सीतापुर की सड़कों की तस्वीरें सरकार के वादाखिलाफी की चुगली कर रही है। ऐसे में जरूरत तो ये है कि सरकार इन तस्वीरों को देखे और सूबे की सड़कों को गड्ढामुक्त करने में गंभीरता दिखाए।

                                                                                                          पीयूष रंजन, एपीएन डेस्क

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