स्कूल में बच्चे शिक्षित होने के लिए हर दिन घर से जाते है लेकिन स्कूलों के टीचर उनके साथ बुरा व्यवहार करते हैं यहां तक कि उनकी छोटी सी गलती पर उन्हें बेरहमी से पिटते है। उत्तर प्रदेश के बलिया से एक प्राइवेट स्कूल में होमवर्क न करने पर टीचर की पिटाई से कक्षा 4 की छात्रा की मौत का मामला सामने आया है।

परिजनों के मुताबिक दस साल की सुप्रिया रोज की तरह 5 फरवरी को स्कूल गई थी। परिवार का आरोप है कि होमवर्क न करने की बात पर टीचर रजनी उपाध्याय ने सुप्रिया को इतने थप्पड़ मारे कि उसकी हालत खराब हो गई और वह बेहोश हो गई।

स्कूल प्रबन्धक ने परिजनों को सूचना देकर सुप्रिया को उनके हवाले कर दिया । परिजन सुप्रिया को लेकर इलाज के लिए मऊ ले गए जहां सीटी स्कैन के बाद डॉक्टरों ने सुप्रिया को ब्रेन हेमरेज बताया। इसके बाद परिजन सुप्रिया को लेकर वाराणसी ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई

इससे नाराज छात्रा के परिजनों ने जिले के सेंट जेवियर्स स्कूल के बाहर छात्रा के शव को रखकर न्याय की गुहार लगा लगाई। इसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर एडीएम मनोज सिंघल पहुंचे और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया और छात्रा के परिजनों को आश्वासन देते हे कहा कि मामले की जांच की जाएगी जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी।

वहीं पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर टीचर रजनी उपाध्याय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 व 304 के तहत रसड़ा कोतवाली में नामजद मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही स्कूल प्रबन्धक सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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