पहाड़ों में चलने से ज्यादा कठिन साइकिल चलाना है। चक्का फिसला या आप बात बराबर है। इसके बाद की तो पूछिये ही मत मैदान में अपनी साईकिल को हवा से बातें कराने वाले इन लोगों को पहाड़ में बेहद सावधानी के साथ साइकिल चलाता देखकर आप इसका सहज अंदाजा लगा। पौड़ी में बीते दिन यही हुआ, अपने निर्देश और आदेश से जिला चलाने वाले जिलाधिकारी के लिये भी पहाड़ी इलाके में साइकिल चलाना कठिन साबित हुआ। पौड़ी में 27 सितम्बर तक चलने वाले साहसिक एडवैंचर गतिविधियों का आयोजन माउंटेन साइक्लिंग रैली के साथ किया गया। जिसका थीम “देखो अपना देश” रखा गया है। पौड़ी में पर्यटन दिवस को इस बार पर्यटन पर्व के तौर पर मनाया जा रहा है। इस मौके पर हुए माउंटेन साइक्लिंग रैली में स्थानीय लोगों के साथ ही बाहरी लोगों ने भी बढ-चढकर हिस्सा लिया।
पौड़ी के कंडोलिया मैदान से खिर्सू तक जाने वाली माउंटेन साइक्लिंग रैली को डीएम पौड़ी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और खुद भी माउंटेन बाइकिंग का लुफ्त उठाया। डीएम पौड़ी ने साहसिक खेलों को पर्यटन क्षेत्र के विकास में एक बेहतर पहल बताया।पर्यटन पर्व को लेकर 27 सितम्बर तक पौड़ी में माउंटेन साइक्लिंग के साथ ही लैंसडाउन में ट्रैकिंग, बर्ड वाचिंग कार्यक्रम, स्वर्गाश्रम में योगा के साथ-साथ जिले में तमाम तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम पर्यटन दिवस तक इसी तरह आयोजित किये जायेंगे।
इसका मकसद पौड़ी में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना है। जिससे पर्यटक पौड़ी आकर यहां की प्राकृतिक छटा की अनोखी सुंदरता को अपलक निहार सकें। इसके साथ ही पर्यटन विभाग की योजना जल्द ही माउंटेन साइक्लिंग की ट्रेनिंग देने की भी है। जिससे आप पहाड़ों पर बिना गिरे उसकी जिद को अपनी जिद के साथ मिलाकर रोमांच का लुत्फ उठा सकेंगे।