आज गांधी जयंती है यानी पूरे विश्व के लिए सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देने वाला दिन, पर आज अमेरिका, फ्रांस और अफगानिस्तान के निवासी हिंसा के शिकार हो गए हैं। जहां अमेरिका के लॉस वेगास के कसीनों में अंधाधुंध फायरिंग में कई लोगों के घायल होने की खबर है वहीं फ्रांस के मार्सेय के एक स्टेशन पर एक संदिग्ध हमलावर ने चाकू से हमला कर दो महिलाओं की हत्या कर दी है। उधर अफगानिस्तान में हवाई हमले में 10 सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई है।

बता दें कि लॉस वेगास में रविवार देर रात एक म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान अंधाधुंध फायरिंग हो गई। इसमें 20 लोग मारे गए। करीब 100 घायल हैं। 14 की हालत गंभीर है। यह फेस्टिवल एक रिजॉर्ट और केसिनो में चल रहा था। तभी पास के एक होटल की 32वें फ्लोर से किसी ने ऑटोमैटिक राइफल से शूटिंग शुरू कर दी। लोगों को पहले लगा कि आतिशबाजी हो रही है। जैसे ही एक सेक्युरिटी गार्ड मारा गया, लोगों को हमले का एहसास हुआ। इसके बाद वहां अफरातफरी मच गई। एक सस्पेक्ट हमलावर मारा जा चुका है। माना जा रहा था कि हमले में तीन लोग शामिल हैं। लेकिन लॉस वेगास पुलिस का कहना है कि अब मौके पर कोई हमलावर मौजूद नहीं है।

वहीं फ्रांस के मार्सेय के एक स्टेशन पर एक अज्ञात हमलावर ने दो महिलाओं पर अल्लाह हो अकबर कहते हुए चाकू से हमला कर दिया। हालांकि इसी बीच हमलावर को पुलिस ने गोली मार दी। स्थानीय अधिकारी ओलिवर दे माजियेरेज ने इस घटना में बताया, ‘‘दो पीड़ितों की चाकू मार कर हत्या कर दी गई।’’ इस बीच, मार्सेय पुलिस ने लोगों से आग्रह किया कि वो सेंट चार्ल्स स्टेशन के आसपास के इलाके में जाने से परहेज करें। फिलहाल सावधानी बरतते हुए ट्रेन सेवा को रोक दिया गया है। फ्रांस के गृहमंत्री गेराड कोलांब ने बताया कि वो तत्काल घटनास्थल की ओर रवाना हो रहे हैं।

उधर अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत में एक अफगानी हेलीकॉप्टर ने गलती से अपने ही ठिकानों को निशाना बना दिया, जिसमें 12 सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई। हेलमंड प्रांत के गवर्नर हयातुल्लाह हयात ने एएफपी को बताया कि दक्षिण गेरेश्क जिले में हुये इस त्रुटिपूर्ण हवाई हमले में कम से कम नौ अफगान पुलिसकर्मी जख्मी हो गये। हयात ने कहा, पिछले कई दिनों से रणनीतिक इलाके में तालिबान की अग्रिम पंक्ति को तोडऩे के लिये चल रही भारी लड़ाई के बीच अफगान सुरक्षा बलों ने आज हवाई हमला किया था। जिसमें यह घटना हो गई। फिलहाल इस मामले की जांच जारी है।

इस तरह पूरा विश्व आतंकवाद और हिंसा से पीड़ित है। वहीं इस सारे हमलों में एक चहरा जो सामने आ रहा है वो है इस्लाम का, इस्लामोफोबिया का। बताते दें कि जिस समय लॉस वेगास में यह घटना हो रही थी उस वक्त का मंजर काफी डरावना है। अफरातफरी के उस माहौल में लोग अपनी जान बचाने के लिए यहां वहां नीचे लेट जा रहे थे।

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