देश की राजधानी दिल्ली में और देश के अलग-अलग राज्यों में किसान कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की। राजनीतिक गरमा-गर्मी के बीच पीएम ने दे को खुशखबरी सुनाई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा जश्न की बात है, कनाडा से मां अन्नापूर्णा देवी की मूर्ति वापस लाई गई है। इसके लिए कनाडा सरकार का आभार व्यक्त करता हूं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हर भारतवासी का सर गर्व से उचा हो जाएगा। आज मैं आप को बेहद ही अच्छी खबर सुना रहा हूं। देवी अन्नपूर्णा की एक बहुत पुरानी प्रतिमा कनाडा से वापस भारत आ रही है। माता अन्नपूर्णा का काशी से बहुत ही विशेष संबंध है। अब उनकी प्रतिमा का वापस आना हम सभी के लिए सुखद है। माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा की तरह ही हमारी विरासत की अनेक अनमोल धरोहरें, अंतरराष्ट्रीय गिरोहों का शिकार होती रही हैं।

भारतीय संसद ने कृषि कानून को दिया ठोस रूप

पीएम मोदी ने कृषि कानूनों पर कहा कि इससे किसानों के लिए नए रास्ते खुले हैं। काफी विचार विमर्श के बाद भारतीय संसद ने कृषि कानूनों को ठोस रूप दिया। 

पीएम मोदी ने कहा कि काफी विचार विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया। इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन समाप्त हुए हैं, बल्कि उन्हें नये अधिकार भी मिले हैं, नये अवसर भी मिले हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून में एक और बहुत बड़ी बात है, इस क़ानून में ये प्रावधान किया गया है कि क्षेत्र के एसडीएम को एक महीने के भीतर ही किसान की शिकायत का निपटारा करना होगा।

पीएम ने कहा कि किसानों में जागरूकता बढ़ाने का ऐसा ही एक काम कर रहे हैं, राजस्थान के बारां जिले में रहने वाले मोहम्मद असलम जी। ये एक किसान उत्पादक संघ के सीईओ भी हैं। जी हां, आपने सही सुना, किसान उत्पादक संघ के CEO. उम्मीद है, बड़ी बड़ी कंपनियों के CEOs को ये सुनकर अच्छा लगेगा कि अब देश के दूर दराज वाले इलाको में काम कर रहे किसान संगठनों मे भी CEOs होने लगे हैं।

एम ने कहा कि साथियों, जागरूकता है, तो, जीवंतता है। अपनी जागरूकता से हजारों लोगों का जीवन प्रभावित करने वाले एक कृषि उद्यमी वीरेंद्र यादव हैं। मेरा नौजवानों, विशेषकर कृषि की पढ़ाई कर रहे लाखों विद्यार्थियों से आग्रह है कि वो अपने आस-पास के गावों में जाकर किसानों को आधुनिक कृषि के बारे में, हाल में हुए कृषि सुधारो के बारे में, जागरूक करें।

भारत में वैक्सीन की खोज अंतिम चरण पर

कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लेने के बाद पीएम मोदी मन की बात कर रहे हैं। कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए दुनियाभर में वैक्सीन तैयार करने का काम चल रहा है।

कई देशों में वैक्सीन का काम अपने अंतिम चरण में है। भारत में भी वैक्सीन की खोज का काम अंतिम चरण में है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को देश की 3 प्रमुख लैब का दौरा किया और वहां वैक्सीन की जानकारी ली। कोरोना वैक्सीन के जायजे पर निकले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इस दौरे का अंत पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ किया।

वहीं दिल्ली बॉर्डर पर किसान केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ अपने धरने पर डटे हुए हैं।कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। सभी प्रदर्शनकारी किसान सिंधु और टिकरी बॉर्डर पर डटे हैं। वहीं सरकार भी अपने रुख पर कायम है।

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