New Delhi: गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई सार्वजनिक उपक्रमों में शेयरों को विनिवेश करने के केंद्र के फैसले पर सरकार का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आर्थिक संकट से निपटने के लिए विशेषज्ञों और सभी राजनीतिक दलों से बात करनी चाहिए। ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा कि केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में सरकारी हिस्सेदारी बेचना समस्या का स्थाई समाधान नहीं है।
ममता ने कहा, “केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में सरकारी हिस्सेदारी बेचना समस्या का स्थाई समाधान नहीं है। जब तक आर्थिक स्थिरता नहीं होगी, तब तक इस तरह की कार्रवाई से राहत नहीं मिलेगी। इतना ही नहीं आर्थिक आपदा और अधिक बिगड़ जाएगी। मुझे लगता है कि पीएम को हमारे देश के आर्थिक विशेषज्ञों से परामर्श करना चाहिए।”
टीएमसी प्रमुख ने सुझाव दिया कि पीएम को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए क्योंकि “यह देश हम सभी का है”।
उन्होंने कहा, “हर किसी की राय ली जानी चाहिए। क्या पता कोई अच्छा समाधान निकल।”
कैबिनेट ने बुधवार को BPCL सहित कई कंपनियों में विनिवेश को बढ़ावा देते हुए सरकार की हिस्सेदारी को कम करने का फैसला किया है। इसी के विरोध में विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार देश को बेच रही है।
उन्होंने लिखा, “बनाया कुछ भी नहीं, पर सब कुछ बेच डालेंगे। देश बेचना ईसे ही तो कहते हैं। मोदी है तो मुमकिन है ।”