Chhath Puja 2021: श्रद्धालुओं ने डूबते हुए सूर्य को दिया अर्घ्य, तस्वीरों में देखें छठ का उत्सव

0
521
Chaiti Chhath Puja 2022 Special
Chaiti Chhath Puja 2022 Special

Chhath Puja 2021 का आज तीसरा दिन है। आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया। कल सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। छठ पूजा में सूर्य देवता का काफी महत्व होता है। सूर्य देव पंचदेवों में से एक हैं। कहा जाता है कि इन्हें अर्घ्य देने से धर्म का लाभ होता है साथ ही सेहत से जुड़ी मुश्किल भी हल होती है।

Image

आज के दिन महिलाएं और पुरुष नदी किनारे बैठकर छठी मैय्या के गीत गाते हैं। उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। इस त्यौहार में अलग-अलग तरह के प्रसाद चढ़ाए जाते हैं। पूजा-पाठ के बाद प्रसाद को लोगों में बांटा जाता है। माना जाता है कि प्रसाद खाने से सारी मनोकामना पूरी हो जाती है।

Image

बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्वी किदवई नगर का दौरा किया और छठ पूजा मना रहे श्रद्धालुओं से मुलाकात की।

Image

पश्चिम दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा आईटीओ में यमुना घाट पहुंचे। उन्होंने कहा, “पहले पुलिस ने यहां बैरिकेड्स लगाए और लोगों को रोका। हम यहां आए और उनके प्रवेश की अनुमति दी। हमने यहां साफ पानी की व्यवस्था की। मुझे खुशी है कि लोग #छठ पूजा के अपने अनुष्ठान कर रहे हैं।”

Image

सूर्य देवता के इस महात्योहार के पहले सूर्य देवता को संध्याकालीन अर्घ्य दिए जाने का विधान है। अर्घ्य के उपरांत दूसरे दिन ब्रह्ममुहूर्त में अर्घ्य सामग्री के साथ सभी व्रती जल में खड़े होकर भगवान सूर्य के उदय होने की प्रतीक्षा करते हैं। जैसे ही क्षितिज पर अरुणिमा दिखाई देती है, मंत्रों के साथ सूर्यदेव को अर्घ्य समर्पित किया जाता है।

Image

छठ पूजा संतान प्राप्ति, रोगमुक्ति और सुख-सौभाग्य की कामना से किया जाता है। ये कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी छठ, सूर्योपासना का व्रत है। आस्था के नजरिए से यह त्योहार कई मायनों में खास है।

Image

धर्मशास्त्रों और पुराणों के अनुसार भगवान की उपासना के लिए प्राय: अलग-अलग दिनों एवं तिथियों का तय किया गया है। इसमें सूर्य नारायण के साथ सप्तमी तिथि की संगति है। यथा सूर्यसप्तमी, रथसप्तमी, अचला सप्तमी इत्यादि।

Image

इसके साथ ही छठ पर्व भी सूर्य देवता को समर्पित है। इस शुचिता, शुद्धता, आस्था और विश्वास के महापर्व में स्वयं में विनम्रता और सहनशीलता की भावना जागृत किए जाने का भाव प्रमुख है। पारिवारिक उन्नति एवं आत्मिक उन्नति की कामना का उत्तम साधना काल है छठ पर्व।

यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2021: डूबते हुए सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य, घाटों पर बढ़ी भीड़

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here