आज विश्व जनसंख्या दिवस है। भारत विश्व में जनसंख्या के मामले में दूसरे स्थान पर है। वहीं भारत का राज्य उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। इस मौके पर यहां के सीएम एक्टिव ना दिखे ऐसा तो हो नहीं सकता है। विश्व जनसंख्या दिवस पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसंख्या नीति का ऐलान किया। यह कार्यक्रम सीएम आवास पर सुबह 11.30 बजे से चल रहा था। सीएम योगी ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या गरीबी का कारण है। इसे रोकने के लिए और भी अहम कदम उठाने की जरुरत है।

सीएम योगी ने लखनऊ स्थित सीएम आवास पर 2021-31 यूपी जनसंख्या नीति जारी की है।  इस कार्यक्रम में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का उद्घाटन भी किया गया। नीति को लागू करते हुए सीएम ने कहा, जनसंख्या नीति 2021-2030 जारी करते हुए मुझे खुशी हो रही है। इस नीति में हर तबके का ध्यान रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे विश्वास है कि जनसंख्या नीति के ड्राफ्ट को सभी विभागों के समन्वय और सहयोग से लागू किया जाएगा।

सीएम योगी ने कहा कि पिछले 4 दशकों से जनसंख्या नियंत्रण पर चर्चा हो रही है। बढ़ती हुई जनसंख्या कहीं न कहीं विकास में बाधक है। ज्यादा जनसंख्या से गरीबी भी बढ़ती है। सीएम ने आगे कहा, केंद्र में साल 2014 के बाद मोदी सरकार के आते ही हर तबके तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचा है। हम आगे बेहतर काम करने की कोशिश करेंगे।

सीएम योगी ने ट्वीट कर जनसंख्या को विकास में बाधा बताया है। उन्होंने लिखा,  ‘बढ़ती हुई जनसंख्या समाज में व्याप्त असमानता समेत प्रमुख समस्याओं का मूल है। समुन्नत समाज की स्थापना के लिए जनसंख्या नियंत्रण प्राथमिक शर्त है। आइए, इस ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ पर बढ़ती जनसंख्या से बढ़ती समस्याओं के प्रति स्वयं और समाज को जागरूक करने का प्रण लें।’

बता दे कि, – जनसंख्या नियंत्रण कानून का ड्राफ्ट यूपी विधि आयोग ने तैयार किया है। यूपी विधि आयोग ने जनता से सुझाव मांगे हैं। बिल की कॉपी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की गई है।

आयोग का कहना है कि इस ड्राफ्ट को तैयार करने के लिए कोई सरकारी आदेश नहीं है। खुद की प्रेरणा से यह ड्राफ्ट आयोग बनाया है। अगर यह एक्ट लागू होता है तो दो से अधिक बच्चों को पैदा करने पर सरकारी नौकरियों में आवेदन और प्रमोशन का मौका नहीं मिलेगा। 77 सरकारी योजनाओं व अनुदान से भी वंचित रखने का प्रावधान है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here