कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के भीतर कई दिनों से खींचतान चल रही है और पार्टी के कई नेताओं की मांग एक स्थायी राष्ट्रीय अध्यक्ष की है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने आज सुबह नई दिल्ली में पार्टी की कार्य समिति की बैठक (Congress Working Committee) में अपने आलोचकों पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह पूरी तरह से पार्टी की अध्यक्ष हैं।
कांग्रेस पार्टी के G-23 समुह के नेता कई दिनों से कह रहे हैं कि पार्टी को एक सक्रिय अध्यक्ष की आवश्यकता है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद पार्टी के कई नेता बदलाव की मांग कर रहे हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia), जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) और सुष्मिता देव (Sushmita Dev) जैसे कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस को छोड़ दिया है।
पार्टी को एकता और अनुशासन की जरूरत
पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए कदम उठाने को लेकर सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का पूरा संगठन उसे पुनर्जीवित करना चाहता है। लेकिन इसके लिए एकता और पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने की जरूरत है। इन सबसे ऊपर आत्म-नियंत्रण और अनुशासन की आवश्यकता है।
पार्टी में सुधार के लिए सुझावों और बातों को लेकर उन्होंने सदस्यों से कहा कि मैंने हमेशा स्पष्टता की सराहना की है। मीडिया के माध्यम से मुझसे बात करने की कोई जरूरत नहीं है। तो आइए हम सभी एक स्वतंत्र और ईमानदार चर्चा करें। लेकिन इस कमरे की चार दीवारी के बाहर जो बात होनी चाहिए वह CWC का सामूहिक निर्णय होगा।
उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में कार के कुचलने से हुई किसानों की मौत में कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा का नाम आने पर उन्होंने कहा कि ” हाल ही में हुई लखीमपुर-खीरी की चौंकाने वाली घटना भाजपा की मानसिकता को दिखाती हैं, वह किसान आंदोलन को कैसे देखती है और अपनी जीवन और आजीविका को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे किसानों से कैसे निपट रही है।
यह भी पढ़ें : Congress वर्किंग कमेटी की बैठक आज, महंगाई और Lakhimpur Kheri Violence पर होगा मंथन