NCRB Data 2020: 28 फीसदी अपराध में हुई वृद्धि, रोजाना 77 रेप, दलितों पर बढ़ा अत्याचार

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एनसीआरबी के आंकड़ों ने बताया है कि, पूरे देश में 2020 में बलात्कार के प्रतिदिन औसतन करीब 77 मामले दर्ज किए गए।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) ने बुधवार को आंकड़ें जारी कर दिए हैं। पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार कोरोना काल से पीड़ित साल 2020 में 2019 के मुकाबले 28 फीसदी अपराध में वृद्धि हुई है। एनसीआरबी के अनुसार भारत में प्रतिदिन 80 हत्याएं हुई हैं। और कुल 29,193 लोगों का कत्ल किया गया। इस मामले में राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश अव्वल स्थान पर है।

हत्या

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल जिन लोगों की हत्या की गई थी उनमें से 38.5 प्रतिशत 30-45 वर्ष आयु समूह के थे जबकि 35.9 प्रतिशत 18-30 वर्ष आयु के समूह के थे। आंकड़े दिखाते हैं कि कत्ल किए गए लोगों में 16.4 फीसदी 45-60 वर्ष की आयु वर्ग के थे तथा चार प्रतिशत 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे जबकि शेष नाबालिग थे।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले एनसीआरबी के आंकड़ें बताते हैं कि , 2020 में उत्तर प्रदेश में हत्या के 3779 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद बिहार में हत्या के 3,150, महाराष्ट्र में 2,163, मध्य प्रदेश में 2,101 और पश्चिम बंगाल में 1,948 मामले दर्ज किए गए। दिल्ली में 2020 में हत्या के 472 मामले दर्ज किए गए।

बलात्कार

एनसीआरबी के आंकड़ों ने बताया है कि, पूरे देश में 2020 में बलात्कार के प्रतिदिन औसतन करीब 77 मामले दर्ज किए गए। पिछले साल दुष्कर्म के कुल 28,046 मामले दर्ज किए गए। देश में ऐसे सबसे अधिक मामले राजस्थान में और दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। एनसीआरबी ने कहा कि पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के कुल 3,71,503 मामले दर्ज किए गए जो 2019 में 4,05,326 थे और 2018 में 3,78,236 थे।

दलितों पर अत्याचार

पिछड़ी जातियों (SC) के खिलाफ अपराध के कुल 50,291 मामले दर्ज किए गए। आंकड़े 2019 (45,961 मामलों) की तुलना में 9.4% की वृद्धि दर्शाते हैं। दर्ज की गई अपराध दर 2019 में 22.8 से बढ़कर 2020 में 25.0 हो गई। वहीं, अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के खिलाफ अपराध करने के लिए कुल 8,272 मामले दर्ज किए गए, जो 2019 की तुलना में 9.3% (7,570 मामले) की वृद्धि दर्शाते हैं। दर्ज की गई अपराध दर 2019 में 7.3 से बढ़कर 2020 में 7.9 हो गई।

अपहरण में आई कमी

वहीं अपहरण की बात करें तो 2019 की तुलना में 2020 में 19 प्रतिशत की कमी आई है। 2020 में अपहरण के 84,805 मामले दर्ज किए गए जबकि 2019 में 1,05,036 मामले दर्ज किए गए थे।

आंकड़ें बताते हैं कि 2020 में अपहरण के सबसे ज्यादा 12,913 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। इसके बाद पश्चिम बंगाल में अपहरण के 9,309, महाराष्ट्र में 8,103, बिहार में 7,889, मध्य प्रदेश में 7,320 मामले दर्ज किए गए। आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में अपहरण के 4,062 मामले दर्ज किए गए हैं। एनसीआरबी ने कहा कि देश में अपहरण के 84,805 मामलों में 88,590 पीड़ित थे। उसने बताया कि इनमें अधिकतर यानी 56,591 पीड़ित बच्चे थे।

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