दिल्ली में बढ़ते कोरोना काल के कारण सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा करने से सरकार ने रोक लगा दी है। साथ ही हाई कोर्ट ने भी छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाया है। हाई कोर्ट ने कहा त्योहार मनाने के लिए इंसान का जिंदा रहना जरूरी है। बिहार,उत्तरप्रदेश और झारखंड में छठ को बड़े स्तर पर मनाया जाता है। इन सभी की संख्या दिल्ली में सबसे अधिक है। प्रतिबंध को लेकर राजनीतिक पार्टियां दिल्ली सरकार पर हमलावर हो गई है। बीजेपी दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नमक हराम तक कह दिया है।

मनोज तिवारी ने बुधवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, ‘‘कमाल के नमकहराम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं। कोविड के सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन कर आप छठ नहीं करने देंगे और गाइडलाइंस सेंटर से मांगने का झूठा ड्रामा अपने लोगों से करवाते हैं, तो बताए ये 24 घंटे शराब परोसने के लिए परमिशन कौन सी गाइडलाइंस को फॉलो करके ली थी, बोलो CM।”

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इससे पहले मंगलवार को भी भाजपा के पूर्वांचल प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रोष व्यक्त किया था। 

वहीं, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जय प्रकाश ने बुधवार को कहा कि बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बड़ी संख्या में लोग राजधानी में रहते हैं और छठ उनका सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय त्योहार है, इसलिए सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा पर प्रतिबंध के मामले में, वे इसे मनाएंगे। इससे बेहतर यह है कि हम छठ पूजा के लिए भीड़ नियंत्रण, घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में सख्त दिशा-निर्देशों के साथ अनुमति दें। मैं एलजी और सीएम को पत्र लिख रहा हूं और उनसे सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर फिर से विचार करने का अनुरोध करूंगा।

दिल्ली में छठ पूजा की अनुमति देते हैं तो हम इस मोर्चे पर सरकार को अपना पूरा समर्थन देने के लिए तैयार हैं।

जय प्रकाश ने छठ पूजा मनाने को लेकर दिल्ली सरकार को सुझाव भी दिया है। उन्होंने कहा, दिल्ली में 1200 घाट हैं। घाट पर 50 लोगों की सीमा निर्धारित की जा सकती है। भक्तों व उनकी छठ पूजा समितियों को जारी किए गए कार्ड के आधार पर अनुमति दी जा सकती है।

उन्होंने आगे कहा कि, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नगर निगम के पार्कों में अस्थायी पूल बनाकर छठ घाटों की संख्या बढ़ाई जा सकती है, जो शहर भर की लगभग हर कॉलोनी में उपलब्ध हैं।

केवल जो श्रद्धालु उपवास करते हैं, उन्हें ही इन घाटों पर अनुमति दी जानी चाहिए। ये सावधानियां वास्तव में भीड़ के प्रबंधन में मदद कर सकती हैं।

अगर हम शहर में छठ पूजा की अनुमति देते हैं तो हम इस मोर्चे पर सरकार को अपना पूरा समर्थन देने के लिए तैयार हैं।

दिल्ली सरकार के इस कदम से बीजेपी के निशाने पर केजरीवाल सरकार है। बीजेपी के हमले को देखते हुए आप के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने मंगलवार को कहा था कि भाजपा शासित केंद्र सरकार ने ही छठ पूजा के उत्सव को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे, लेकिन वही भाजपा राजनीति कर रही है और केजरीवाल सरकार को जश्न की अनुमति नहीं देने के लिए झूठे आरोप लगा रही है।

गौरतलब है दिल्ली में 24 घंटों में 6396 नए केस दर्ज किए गए हैं जबकि 99 लोगों ने जान गंवाई है। नए मामलों के साथ ही एक्टिव केस की कुल संख्या 42 हजार तक पहुंच गई है।

बढ़ते केस को देखते हुए दिल्ली में फिर से लॉकडाउन को लेकर अटकले तेज हो गई हैं इसपर सफाई पेश करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन बिल्कुल नहीं होगा। यहां इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो रेड जोन को लॉक किया जाएगा।

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