मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों की गोली से शहीद हुए सिपाही करमवीर सिंह (Karamveer Singh) के अंतिम दर्शन करने पहुंचे। सतना (Satna) जिले के ग्राम दलदल पहुंचकर शहीद कर्णवीर सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “हम उनके जैसा पुत्र पाकर धन्य हैं। ” करमवीर सिंह अपने जन्मदिन के दिन 2 आतंकवादियों को मारकर शहीद हुए थे।
शहीद के घर पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हुए कर्णवीर सिंह ने मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। हमारी सरकार उनकी याद में गांव में एक स्मारक बनाएंगी और वहां पर उनकी मूर्ति स्थापित की जाएगी। मध्यप्रदेश की सरकार की ओर से शहीद कर्णवीर सिंह की शहादत के लिए उनके परिजनों को 1 करोड़ रूपये प्रदान किए जाएंगे और उनके भाई को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
बुधवार को कर्णवीर सिंह शहीद हुए थे
सतना के 26 वर्षीय सेना के जवान कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकियों से झड़प के दौरान मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। घटना बुधवार को करीब चार बजे सुबह हुई थी। जिसमें कर्णवीर सिंह राजपूत समेत तीन जवान शहीद हो गए और पांच अन्य जवान घायल हुए थे। शहीद होने से पहले कर्णवीर सिंह राजपूत ने दो आतंकियों को मार गिराया था। कर्मवीर 21 राजपूत रेजीमेंट 44 आरआर में नाइक रैंक पर तैनात थे। कर्णवीर सिंह के परिवार में उनके के अलावा दो भाई-बहन हैं, बड़ा भाई एक निजी कंपनी में काम करता है। कर्मवीर की नौकरी का यह छठा साल था। कर्णवीर के पिता रवि कुमार सिंह Ravi Kumar Singh भी सेना के जवान थे और वह 2017 में सूबेदार मेजर रैंक से सेवानिवृत्त हुए थे।
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