Singhu Border Killing: दलित युवक की हत्या में अब तक क्या-क्या हुआ

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Singhu Border
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Singhu Border Killing में हरियाणा पुलिस अपनी कार्यवाही तेजी से कर रही है। बीते गुरुवार को हुए इस लोमहर्षक हत्याकांड ने पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य हत्या को लेकर जहां एक ओर आंदोलनकारी किसान सदमे में हैं तो वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने पुलिस से 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की है।

कौन था लखबीर

जानकारी के मुताबिक पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला लखबीर सिंह किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए अपने शहर से सिंधु बॉर्डर पर पहुंचा था। पेशे से दिहाड़ी मजदूर बलबीर सिंह को उसके फूफा ने गोद दिया था। एक बहन के साथ बलबीर की परवरिश फूफा के घर पर होती है और वहीं उसकी शादी भी होती है। शादी के बाद बलबीर तीन बच्चियों का पिता बनता है। उसकी सबसे बड़ी बेटी 12 साल की जबकि सबसे छोटी बेटी 8 साल की बताई जा रही है।

एक आरोपी ने सरेंडर किया

लखबीर की हत्या जिस तालिबानी ढंग से की गई है, उसे देखकर या सुनकर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि हिंदुस्तान जैसे सभ्य देश में ऐसा भी हो सकता है। दिनभर के हाईवोल्टेड ड्रामे के बाद शुक्रवार की शाम निहंग सरवजीत सिंह ने लखबीर की हत्या का दोष अपने सर लेते हुए पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। शनिवार को पुलिस उसे कोर्ट में जज के सामने पेश करेगी।

वहीं सरवजीत के सरेंडर से पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर गृह मंत्री अनिल विज और पुलिस महानिदेशक के साथ इस मसले पर बैठकी की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के आदेश दिये।

पुलिस ने इकट्ठा किये सारे सबूत

लखबीर हत्याकंड में पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक सुबह 5 बजे कुंडली पुलिस को लखबीर का शम मिला। सोनीपत के पुलिस अधीक्षक जेएस रंधावा ने बताया कि घटना के संदर्भ में पुलिस के पास पुख्ता सबूत मजौदू हैं वहीं रोहतक रेंज के आईजी संदीप खिरवार ने बताया कि फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की है और सारे सबुतों को अपने कब्जे में ले लिया है।

वहीं घटना के तीन वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिसमें भीड़ के बीच फंसे लखबीर से लोग सवाल पूछ रहे हैं। इसके अलावा एक अन्य वीडियो में दिखाई दे रहा है कि लखबीर का हाथ कटा हुआ है, खून लगातार बह रहा है और उसकी आखें बोझिल होती जा रही है। गौरतलब है कि लखबीर हत्याकांड में कथिततौर पर पवित्र गुरुग्रंथ साहब के अपमान की बात कही जा रही है और उसकी हत्या में सिक्खों के निहंग समूह निर्वेर खालसा-उड़ना दल ने जिम्मेदारी अपने सर ली है।

किसान संगठनों ने की हत्या की निंदा

किसान आंदोलन से जुड़े सभी किसान संगठनों ने इस हत्यकांड की निंदा की है और लखबीर हत्याकांड से दूरी बना ली है। किसान संगठन ने बयान जारी करके कहा है कि इससे संबंधित दोनो पक्षों यानी निहंग समूह और मृतक लखबीर के कथित कृत्य से किसान मोर्चे का कोई संबंध नहीं है। किसान संगठन ने कहा कि वह पवित्र गुरुग्रंथ साहब के अपमान की निंदा करता है लेकिन साथ ही इस बात का भी विरोध करता है कि इसके लिए कोई कानून को अपने हाथ में ले। हत्यारे दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए। इसके साथ ही संगठन ने पुलिस को सहयोग की पेशकश भी की।

बीजेपी किसान नेता राकैश टिकैत पर हमलावर

बीजेपी आईटी के सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने लखबीर हत्याकांड के लिए सीधे तौर पर किसान नेता राकेश टिकैत को जिम्मेदार ठहराया है क्योंकि लखमीपुर खीरी हत्याकांड में मार गये बीजेपी कार्यकर्ताओं के संबंध में राकेश टिकैत ने हर “क्रिया की प्रतिक्रिया” होती है जैसा बयान दिया था।

लखबीर हत्याकांड का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है. मामले में वकील शशांक शेखर झा ने एक याचिका दायर की है। शशांक शेखर झा ने अपनी अर्जी में किसानों से तत्काल सिंधु बॉर्डर को खाली कराने की मांग की है।

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