भारत में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान चल रहा है 132 करोड़ी की आबादी में अभी 10 प्रतिशत आबादी भी वैक्सीनेट नहीं हो पाई है कारण है वैक्सीन किल्लत, इस किल्लत को दूर करने के लिए केंद्र सरकार 18-44 उम्र वालों के लिए टीका खरीद रही है।
अहम बात यह है कि केंद्र सरकार कोवैक्सीन और कोविशिल्ड प्रति डोज 150 रुपए में खरीद रही है। इससे पहले राज्यों को कोविशिल्ड 300 रुपए और कोवैक्सीन 400 रुपए प्रति डोज मिल रही थी।
देश में वैक्सीनेशन प्रक्रिया तेज करने के लिए और केंद्र सरकार ने राज्यों के हिस्से की 25 फीसदी खरीद खुद करने का निर्णय लिया है। बता दें कि इससे पहले ये खरीदी राज्यों को करनी थी, जिसमें उनके 34,720 हजार करोड़ रुपए खर्च हो जाते। अब इसके लिए केंद्र सरकार के 16,800 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यानी 17,920 करोड़ बच जाएंगे।
केंद्र ने 18 से 44 आयुवर्ग के लिए पहले चरण में 44 करोड़ डोज का ऑर्डर दे दिया है। इसमें साफ किया गया है कि सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक से टीके पुरानी कीमत पर ही खरीदे जाएंगे। हालांकि, कंपनियां चाहती हैं कि राज्यों के लिए तय किए गए दाम पर ही केंद्र भी खरीद करे, लेकिन केंद्र ने ऐसा करने से न सिर्फ इनकार कर दिया है, बल्कि कंपनियों को वैक्सीन सप्लाई तय समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 18 से 44 आयुवर्ग के 60 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगेगी। इनमें से 4 करोड़ को टीके लग चुके हैं। बाकी 56 करोड़ को 112 करोड़ डोज लगनी हैं, जो केंद्र खरीदकर राज्यों को देगा। देश में 90% वैक्सीन कोवीशील्ड लग रही है, जबकि 10% कोवैक्सिन लग रही है।
यहां पर अगर प्राइवेट अस्पतालों की बात करें तो उन्हें कोविशिल्ड 600 में और कोवैक्सीन 800 में मिलेगी वही अस्पतालों को 150 रुपए सर्विस चार्ज वसूलने की इजाजत होगी।