उत्तर प्रदेश के 403 विधानसभा सीटों पर साल 2022 में चुनाव होने वाला है। इससे पहले राज्य में चुनाव का टेस्ट मैच और सेमीफाइनल चल रहा है। सेमीफाइनल में बीजेपी ने रिकॉर्ड तोड़ जीत दर्ज की है। दरअसल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को ही सेमीफाइनल कहा जा रहा है। अध्यक्ष चुनाम में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल करते हुए 67 सीटों पर कब्जा जमाया है। वहीं राम की नगरी अयोध्या में पहली बार कमल खिला है। इसके पहले कभी भी अयोध्या में भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष नहीं रहा। इस ऐतिहासिक मौके पर पीएम मोदी समेत देश के गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी को बधाई दी है।

बड़ी जीत का श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘यूपी जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की शानदार विजय विकास, जनसेवा और कानून के राज के लिए जनता जनार्दन का दिया हुआ आशीर्वाद है। इसका श्रेय मुख्यमंत्री योगी जी की नीतियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम को जाता है। यूपी सरकार और भाजपा संगठन को इसके लिए हार्दिक बधाई।’

पीएम मोदी के बधाई के बाद सीएम योगी को सभी बधाई देने लगें। इस जीत पर गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत यूपी में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को भी बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि उत्तर प्रदेश पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा की भव्य जीत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह व सभी कार्यकर्ताओं को बधाई। नरेंद्र मोदी व योगी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार प्रदेश के किसान, गरीब व वंचित वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा कर प्रगति के नए मापदंड स्थापित करती रहेगी।

वहीं सीएम योगी ने नए नवेले जिला पंचायत अध्यक्षों को बधाई दी है। सीएम ने ट्वीट कर लिखा,  “त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था की ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है। जिला पंचायत के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में विकास के महत्वपूर्ण कार्य संचालित होते हैं।” उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्षों से पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण भाव से अपने पद के दायित्वों का निर्वहन करने की अपेक्षा की है।

बता दे कि, योगी आदित्यनाथ ने इन समस्त नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से कोरोना कालखण्ड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में स्थानीय प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुए मानवता की सेवा में सहभागी बनने का आह्वान किया है।

बीजेपी की बंपर जीत के बाद विपक्षी दल इसे जीत नहीं बल्कि साजिश बता रहे हैं। समाजवादी पार्टी के वारिस अखिलेश यादव ने कहा कि इस चुनाव को सत्ता के बल पर जीता गया है। जनता के साथ छल हुआ है।

अखिलेश यादव ने मीडिया से संवाद करते हुए बताया, बीजेपी ने मतदाताओं का अपहरण कर किया और उन्हें वोट डालने से रोकने के लिए ताकत का इस्तेमाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने सभी लोकतांत्रिक मानदंडों का मजाक बनाया है, जो पहले कभी नहीं देखा गया था।

अखिलेश यादव का वार यहीं नहीं थमा वे आगे कहते हैं, यह अजीब है कि जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में अधिकांश नतीजे समाजवादी पार्टी के पक्ष में रहे, लेकिन बीजेपी को जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में फायदा हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आई है। एसपी प्रमुख ने कहा कि राज्य चुनाव आयुक्त को ज्ञापन सौंपने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल की तानाशाही साफ दिखाई दे रही है।

बता दें कि राज्य में 75 सीटों पर जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए वोटिंग हुई थी। इसमें बीजेपी ने 67 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं  प्रदेश के 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं जिनमें इटावा जिले को छोड़कर 21 निर्वाचित अध्यक्ष सत्तारूढ़ भाजपा के हैं। इटावा में समाजवादी पार्टी को जीत मिली है।

इस चुनाव के बाद कयासो पर पूर्ण विराम लग गया है। लगातार कहा जा रहा था कि इस चुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ का पत्ता साफ है लेकिन जीत का श्रेय योगी को मिला है। मुद्दा साफ है खबर चाहे जो भी हो योगी आदित्यनाथ ही यूपी के सीएम होंगे।

वैसे बता दें कि कयास यह भी है कि पार्टी योगी आदित्यनाथ के व्यक्तित्व से डरी हुई है। उन्हें डर है कि योगी पार्टी पर अपना कब्जा न बना लें क्योंकि योगी आदित्यनाथ बीजेपी के इकलौते ऐसे नेता हैं जिन्होंने अपने दम पर हिंदू छवी बनाई है। योगी की छवी इनती गहरी है कि पार्टी हर राज्य के चुनाव में इन्हें पेश करती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here