राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उत्तर प्रदेश के परंपरागत उत्पादों को नई पहचान दिलाने के लिए  शुरू की गई “एक जिला एक उत्पाद” (ओडीओपी)  योजना को पंख लगाने के इरादे से राजधानी लखनऊ में आयोजित तीन दिवसीय समिट का शुभारम्भ किया। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के कारोबारियों की यह समिट परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ एक जिला एक उत्पाद योजना के लिये मील का पत्थर साबित होगी। ओडीओपी योजना इसी साल 24 जनवरी का उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर शुरू की गई थी, जिसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने किया था।

रामनाथ कोविंद ने दीप प्रज्वलित कर समिट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल राम नाईक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सत्यदेव पचौरी मौजूद थे। कोविंद ने राज्य के गोरखपुर, आगरा और मुरादाबाद समेत राज्य के विभिन्न जिलों से आए चुनिंदा  लाभार्थियों को ऋण पत्र वितरित किए।ODOP-Summit

वाराणसी,गोरखपुर,मुरादाबाद,आगरा और कानपुर के लाभार्थियों ने इस मौके पर अपने अनुभव राष्ट्रपति के साथ साझा किये। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण समूचे राज्य में किया गया।  इससे पहले राष्ट्रपति ने एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत तीन दिवसीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया और दस्तकारो शिल्पकारों एवं उद्यमियों से उनके उत्पाद के बारे में जानकारी हासिल की।  राष्ट्रपति की मौजूदगी में विप्रो हेल्थकेयर, एमाजान, भारतीय गुणवत्ता परिषद , बांबे स्टाक एक्सचेंज और नेशनल स्टाक एक्सचेंज के साथ उत्तर प्रदेश सरकार ने एमओयू साइन किये गये। इस मौके पर ओडीओपी की हेल्प लाइन के लिए टोल फ्री नंबर और वेबसाइट का उद्घाटन भी किया गया।समिट के दौरान आठ तकनीकी सत्र आयोजित किये जायेंगे जिसमे हथकरघा, टेक्सटाइल्स, शिल्पकला, पर्यटन, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और वित्त विषय शामिल किये गये है। ओडीओपी समिट समूचे देश में ऐसा पहला आयोजन होगा जो एमएसएमई और हथकरघा उद्योग को नये आयाम देगा।

कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद रामनाथ कोविंद राजभवन वापस आयेंगे और भोजन करने के बाद नई दिल्ली के लिये रवाना हो जायेंगे।  समिट के पहले दिन अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कंपनियों एमाजान और जी हेल्थ केयर के साथ दो एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये जबकि दूसरे रोज अमेरिका की ही प्रतिष्ठित बोइंग कंपनी के साथ करार पत्र पर हस्ताक्षर होंगे। यह कंपनी अलीगढ़ में कौशल प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना करेगी। एमाजान कारीगरों और छोटे उद्यमियों को लखनऊ, गोरखपुर, आगरा, फिरोजाबाद, कानपुर, मुरादाबाद, मेरठ, भदोही और वाराणसी में प्रशिक्षित करेगी और उनके उत्पाद को एमाजान के प्लेटफार्म पर बेचा जायेगा।  जीई हेल्थकेयर मेरठ मेडिकल कालेज हास्पिटल और किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी के साथ एक करोड 60 लाख रूपये की लागत से कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना करेगी।

साभार-ईएनसी टाईम्स

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