परहित सरिस धर्म नहिं भाई।
पर पीड़ा सम नहिं अधमाई ।।

परोपकार यानि ‘परउपकार’ दूसरों के लिए स्वयं को समर्पित करना ही सबसे बड़ा धर्म औऱ मानवता है औऱ इसी परोपकार की भावना ने रोटी वाली अम्मा का जीवन बदल के रख दिया है।आज हर कोई उनकी मदद के लिए आगे आ रहा है। ये कहानी है आगरा में कमला नगर के कांजी बड़े वाले बाबा के बाद अब रोटी वाली अम्मा की । आगरा कॉलेज ग्राउंड के बाहर फुटपाथ पर बैठी 80 वर्षीय भगवान देवी पिछले 15 साल से 20  रूपये में भरपेट खाना खिला रही हैं।

लॉकडाउन के बाद से अम्मा का रोज़गार पूरी तरह से ठप्प पड़ गया था औऱ वह एक-एक पैसे को मोहताज हो गई थीं। आगरा में जब ‘रोटी वाली अम्मा’ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग उनकी मदद के लिए आगे आए। आगरा की रोटी वाली अम्मा का वीडियो किसी ने बनाकर फेसबुक पर वायरल कर दियाथा। जिसके बाद अम्मा के पास सैकड़ों लोग उनकी मदद को पहुंचने लगे हैं।  जिसको देखते हुए आगरा की एक समाज सेवी संस्था भी आगे आयी और उसने अम्मा को खाना बनाने के लिए गैस चूल्हा ,बर्तन व एक रेड़ी देकर मदद की ।


अम्मा पिछले 15 साल से महात्मा गांधी रोड किनारे आगरा कॉलेज ग्राउंड के बाहर ठेला-धकेल, रिक्शा चालक और मजदूरों के लिए खाना बनाती रही हैं और मात्र 20 रूपये में उन्हें भरपेट खाना खिलाती हैं। अम्मा का आर्थिक जीवन उसी पैसे से चल रहा था।

भगवान देवी का कहना है कि संस्था ने अम्मा के लिए बहुत कुछ कर दिया है । जिससे अम्मा अपनी रोजी-रोटी बहुत अच्छे से चला सकेगीं। अम्मा बताती हैं कि अम्मा के पास ग्राहक अब इतने आने लगे हैं कि अम्मा अकेले सारा काम नहीं कर पा रही हैं।अम्मा का वीडियो वायरल होने के बाद से अब ग्राहकों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है और अब अम्मा का जीवन आसान हो गया है।

– एपीएन न्यूज ब्यूरो

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