विदेश मंत्री एस जयशंकर(S Jaishankar) ने गुरुवार सर्वदलीय बैठक की। इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेता को अफगानिस्तान के हालात की जानकारी दी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि हमने सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को अफगानिस्तान की स्थिति से अवगत कराया है। हमारा ध्यान लोगों को वहां से निकालने पर है और सरकार लोगों को निकालने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।

डाक्टर एस जयशंकर ने आगे कहा कि ‘देवी शक्ति’ योजना के तहत हमारी 6 उड़ानें हैं। हम अधिकांश भारतीयों को वापस लाए हैं। हम कोशिश है कि जल्द से जल्द सभी को अपने देश लेकर आए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि सरकार जितनी जल्दी हो सके लोगों को पूरी तरह से वहां निकालने के लिए बहुत दृढ़ता से प्रतिबद्ध है और यह भी देखते हुए कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय निर्णय के संदर्भ में, कोई भी सभा जो वहां होती है, हमारी भूमिका को मान्यता दी जाती है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और भी कई बैठकें होने वाली है।

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अफगानिस्तान पर विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से सर्वदलीय ब्रीफिंग पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह पूरे देश की समस्या है। हम लोगों को मिलकर राष्ट्र के हितों के लिए काम करना होगा। उन्होंने हमें इंतजार करने और देखने के लिए कहा। सभी दलों ने एक ही विचार रखा है।

सरकार की ब्रीफिंग अफगानिस्तान से लोगों की निकासी के अभियान पर केंद्रित रहने की उम्मीद है तथा इसमें वहां के हालात को लेकर सरकार के आकलन की भी जानकारी दी जा सकती है। अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के अभियान के तहत भारत सिख और हिंदू समुदाय के अफगान समेत करीब 730 लोगों को यहां ला चुका है।

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अफगानिस्तान से निकालकर लाए गए 146 भारतीय नागरिक कतर की राजधानी से चार अलग-अलग विमानों के जरिये सोमवार को भारत पहुंचे। इन नागरिकों को अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विमान के जरिए पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाया गया था।
भारत तीन उड़ानों के जरिए दो अफगान सांसदों समेत 392 लोगों को रविवार को देश वापस लाया था। इससे पहले, 16 अगस्त को 40 से अधिक लोगों को स्वदेश लाया गया था जिनमें से ज्यादातर भारतीय दूतावास के कर्मी थे।

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