बरसात ने ठंड बढ़ा दी है। पूरे उत्तर भारत में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। घर से बाहर निकलते ही अंगुलियां सुन्न पड़ जाती हैं। लेकिन देश के किसान खुले आसमान के नीचे पिछले 13 दिन से धरना दे रहे हैं। नए कृषि कानून के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के किसानों के साथ राजस्थान के किसान भी उतर आए हैं।

किसानों के बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली की तरफ जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है। किसानों की सरकार से 4 से अधिक दफा बातचीत भी हुई है पर कोई हल नहीं निकला।

सरकार के बेफिक्र रवैये से परेशान किसानों ने आज भूख हड़ताल  करने का फैसला किया है। साथ ही ये भी खबर है कि कई नेताओं के घर दफ्तर का घेराव भी किया जाएगा। किसानों का भूख हड़ताल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी साथ देंगे। उन्होंने देश की जनता से एक दिन उपवास रखने की अपील भी की है।

किसान देशभर में धरना देंगे। एक हफ्ते के भीतर किसानों का यह दूसरा देशव्यापी प्रदर्शन होगा। इससे पहले, पिछले मंगलवार को किसानों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया था। विभिन्न राजनीतिक दलों और ट्रेड यूनियनों ने भी किसानों के भारत बंद का समर्थन किया था। सरकार के साथ कई दौर की बातचीत के बावजूद, किसानों का कहना है कि जब तक नए कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

बता दें कि, देश के अलग-अलग हिस्सों में किसानों की भूख हड़ताल शुरू हो गई है। राजस्थान के शाहजहांपुर में बड़ी संख्या में किसान सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं और भूख हड़ताल पर हैं। दिल्ली में भी सिंघु, टिकरी, गाजीपुर सीमा पर किसानों का धरना जारी है। किसानों की ओर से सड़कों को जाम किया जा रहा है, साथ ही बीजेपी नेताओं के घेराव का भी प्लान है।

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