बिहार के औरंगाबाद जिला मुख्यालय से बिजली उपभोक्ताओं के रुपयों के गबन का मामला सामने आया है। सहायक अभियंता के अनुसार, क्वैश कंपनी सरस्वती कुंज कर्मा रोड सर्वोदय नगर निवासी प्रतुल राज को साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के द्वारा बिजली उपभोक्ताओं के घर बिजली बिल वितरण करने व राजस्व वसूली करने का जिम्मा दिया गया था। मामले में अभियुक्त बने प्रतुल राज के द्वारा बिजली उपभोक्ताओं से वसूली गयी राशि विभाग में जमा नहीं कर गबन कर ली गयी है।
मामला उजागर होने के बाद संबंधित मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी व सरकारी पैसे के गबन के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एसडीओ निशांत कुमार द्वारा मामला दर्ज कराने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। औरंगाबाद विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल के एसडीओ निशांत कुमार ने पहले कई बार पत्र के माध्यम से उक्त मैनेजर को उपभोक्ताओं से लिए पैसे को विभागीय खाते में जमा करने का निर्देश दिया था।
इसके बावजूद मैनेजर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और राशि का गबन कर लिया। मैनेजर ने बिजली बिल के रूप में वसूले गए 10 लाख 31 हजार रुपए का गबन कर लिया है। एजेंसी के मैनेजर सह पर्यवेक्षक द्वारा बिल के पैसों का गबन कर लिए जाने का मामला समीक्षा के क्रम में सामने आया था।
अपने पदस्थापन के बाद एसडीओ ने अगस्त महीने में जब विपत्रीकरण व विद्युत प्रपत्र के मद में जमा राशि आदि की समीक्षा की तो गड़बड़ियां सामने आई। पहली बार समीक्षा के क्रम में पाया गया कि उपभोक्ताओं से वसूल की गई राशि की अपेक्षा लगभग 14 लाख 36 हजार रुपए खाते में कम जमा किए गए हैं।