पड़ोसी देश बांग्लदेश में हेफज़ात-ए-इस्लाम के कट्टर सर्मथकों ने हिंदू गांव पर लाठी डंडों के साथ हमला कर दिया। हजारों की संख्या में लोगों ने इस इस गांव में उत्पात मचाया। कहा जा रहा है कि, एक फेसबुक पोस्ट को लेकर ये पुरा बवाल हुआ है। दरअसरल हेफज़ात-ए-इस्लाम समर्थक बंगबंधु शेख मुजीबउर रहमान को बांग्लादेश का राष्ट्रपिता नहीं मानत हैं। इसी बात को लेकर एक हिंदू ने फेसबुक पर विरोध करने वाले कट्टरपंथियों की खिलाफत की जिसके बाद आरोपियों ने गांव पर हमला बोल दिया।
पूरी घटना के अनुसार एक हिंदू ने फेसबुक पोस्ट लिखकर बंगबंधु की मूर्ति का विरोध करने वाले हेफज़ात-ए-इस्लाम के संयुक्त महासचिव मावलाना मुफ्ती मामुनुल हक की आलोचना की थी। ये बात हेफज़ात-ए-इस्लाम समर्थकों को रास नहीं आई जिसके बाद उस आदमी के घर धावा बोल दिया।
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, हेफज़ात-ए-इस्लाम के अमीर अल्लामा जुनैद बाबूनगरी, संयुक्त महासचिव मावलाना मुफ्ती मामुनुल हक और कई अन्य केंद्रीय नेताओं के सोमवार को डेरई अपजिला में एक सम्मेलन किया। इस सम्मेलन में मामुनुल ने बंगबंधु की मूर्ति का विरोध किया। बंगबंधु शेख मुजीबउर रहमान बांग्लादेश के राष्ट्रपति थे।
बांग्लादेश की मुख्यमंत्री शेख हसीन के पिता बंगबंधु शेख मुजीबउर रहमान को कई कट्टर इस्लामिक संगठन राष्ट्रपिता मानने से इंकार करते हैं। वहीं पर रहन वाले हिंदू इस बात का विरोध करते हैं। एक हिंदू ने कट्टरपंथियों के विरोध में फोसबुक पर पोस्ट लिखा जिसके बाद काशीपुर, नचनी, चांदीपुर और कुछ अन्य मुस्लिम आबादी वाले गांव के लोग बुधवार सुबह लगभग 9 बजे नोआगांव गांव में इकट्ठा हुए और स्थानीय हिंदुओं के घरों पर हमला किया। हबीबपुर यूनियन के अध्यक्ष विवेकानंद मजुमदार बकुल ने कहा कि गांव के कई घरों पर हमला किया गया था।
बांग्लादेश पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कट्टरपंथियों ने 70-80 घरों में हमला किया है। हमले के दौरान कुछ लोग घायल भी हो गए हैं। शैला पुलिस स्टेशन OC नज़्मुल हक ने बताया कि, समय रहते हुए मामले को शांत कर दिया गया है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात है।