हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंदर सिंह हुड्डा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हुड्डा के पीछे ईडी लग गई है। पंचकूला जमीन घोटाला को लेकर मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट दर्ज की है। मामला 30 करोड़ रुपये की कीमत के 14 औद्योगिक प्लॉटों के आवंटन से जुड़ा है। चार्जशीट में ईडी ने हुड्डा के अलावा चार पूर्व आईएएस अधिकारियों समेत 21 अन्य लोगों के नाम भी शामिल किए हैं।
इन सभी से ईडी जल्द पूछताछ कर सकती है। ईडी ने मनी लॉड्रिंग के तहत दर्ज इस मामले की जांच में पाया कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चार तत्कालीन आईएएस अधिकारियों के साथ मिल कर यह घोटाला किया था।
आरोपों के अनुसार, चार पूर्व आईएएस अधिकारियों के साथ मिलकर 2013 में हुड्डा द्वारा अपने मुख्यमंत्री रहते हुए करीबियों को इन प्लॉट्स का आवंटन किया गया था। जिन चार पूर्व आईएएस अधिकारियों के नाम भी इनमें शामिल हैं, वो हैं- धर्मपाल सिंह नागल, सुरजीत सिंह, सुभाष चंद्र कंसल और नरेंद्र सिंह सोलंकी।
बता दें कि ईडी ने वर्ष 2015 में हरियाणा सतर्कता ब्यूरो द्वारा एक एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। एफआईआर को बाद में वर्ष 2016 में केंद्रीय जांच ब्यूरो को ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसने आईपीसी और धारा 120 120-B, 201, 204, 409, 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज।