बिहार की सत्ता पर एनडीए राज करेगी इस का फैसला लंबे इंतजार के बाद हो गया है। बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर 125 सीटों पर एनडीए सरकार बना रही है। वहीं आरजेडी को 110 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। भारतीय जनता पार्टी इस बार बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन कर सामने आई है।

बिहार विधानसभा चुनाव में कई ऐसी हस्तियां थी जिनका नाम चर्चा में छाया रहा पर वोट के नाम पर निराशा मिली है। इस बार प्लूरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी, कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे शत्रुघन सिन्हा के बेटे लव सिन्हा, जन अधिकार पार्टी (JAP) के अध्यक्ष और प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन (PDA) की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा राजेश रंजन यादव उर्फ पप्पू यादव, आरजेडी की स्टार प्रचारक और बाहुबली आनंद मोहन सिंह की पत्नी लवली आनंद  और शरद यादव की बेटी सुभाषिनी बुंदेला चुनवा हार गए हैं। ये सभी लोग चुनाव के दौरान से ही चर्चा में छाए थे। पर जनता ने इन्हे पसंद नहीं किया।

पुष्पम प्रिया चौधरी

खुद को बिहार की अगली मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित करने वाली प्लूरल्स पार्टी की मुखिया पुष्पमप्रिया चौधरी दो सीटों पर चुनाव लड़ रही थी इसमें पटना की बांकीपुर और मधुबनी की बिस्फी सीट शामिल है। प्रिया दोनों ही सीटों पर बुरी तरह चुनाव हार गई। बिस्फी में प्रिया को 1509 वोट ही मिले।वहीं, बांकीपुर सीट पर पुष्पम को 5189 वोट मिले। दोनों सीट पर वो जमानत तक नहीं बचा पाईं।

लव सिन्हा
कांग्रेस नेता और बॉलीवुड एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को बांकीपुर सीट पर चुनाव लड़े और 39 हजार 36 वोटों से हार गए। बांकीपुर सीट से बीजेपी के नितिन नवीन चुनाव जीत गए। इस चुनाव में नितिन नवीन को 83068 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार लव सिन्हा को 44032 वोट मिले। बांकीपुर, बिहार की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक थी।

पप्पू यादव
चुनाव के पहले और चुनाव के समय चर्चा में बने रहे पप्पू यादव को भी हार का सामना करना पड़ा। लॉकडाउन में ये पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों को पैसे बांट रहे थे। प्याज मंहगी हुई तो उसकी माला बना कर पहन ली, पर इनती कोशिशे करने के बाद भी इन्हें हार का मुह देखना पड़ा। पप्पू यादव जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा थे। इन्हें लोग राजेश रंजन यादव उर्फ पप्पू यादव के नाम से भी जानते हैं। हार का सामना करना पड़ा। मधेपुरा सीट से चुनाव लड़े पप्पू यादव को 26,462 वोट मिले। वो तीसरे नंबर पर रहे, जबकि इस सीट पर आरजेडी के चंद्रशेखर ने जीत दर्ज किया।

लवली आनंद
आरजेडी की स्टार प्रचारक और बाहुबली आनंद मोहन सिंह की पत्नी लवली आनंद भी चुनाव हार गई हैं। सहरसा सीट से बीजेपी के आलोक रंजन को 1,03,538 वोट मिला, वहीं लवली आनंद के पक्ष में 83,859 वोट पड़े. लवली आनंद 19,679 वोटों से चुनाव हार गईं। हालांकि, लवली आनंद के बेटे चेतन आनंद शिवहर सीट से जीतने में कामयाब हुए।

सुभाषिनी बुंदेला
शरद यादव की बेटी सुभाषिनी बुंदेला भी चुनाव हार गई हैं। ऐन चुनाव से पहले सुभाषिनी ने कांग्रेस ज्वॉइन किया था। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें बिहारीगंज सीट से टिकट दिया था। हालांकि, वह जेडीयू प्रत्याशी निरंजन कुमार मेहता से हार गईं। निरंजन कुमार मेहता को कुल 81,531 वोट पड़ा, वहीं सुभाषिनी बुंदेला को 62,820 लोगों ने वोट किया।

इन चर्चित चेहरों के चुनाव हारने के बाद एक बात तो तय हो गई है। हार जीत का फैसला भीड़ या चर्चा से नहीं हो सकता है। जनता के दिल में कौन है ये तो जनता ही जानती है।

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बता दें कि, बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को बंपर जीत मिली है वहीं एग्जिट पोल को देखकर खुश हो रही आरजेडी को हार का सामना करना पड़ा। एनडीेए को 125 सीटें मिली हैं और आरजेडी को 110 सीटों पर खत्म होना पड़ा।

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