बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जश्न में डूबे हैं। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। बीजेपी ने अकेले यहां पर 74 सीटें हासिल की हैं। इस दौरान 31 साल के तेजस्वी यादव ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी है।

असमंजस का दौर खत्म

एनडीए के बहुमत के बाद लगातार सवाल घूम रहा है कि क्या नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे ?  इस का जवाब बीजेपी कई दफा दे चुकी है लेकिन फिर भी असमंजस का दौर चल रहा है। इसी बीच खबर सामने आई है कि बिहार के अगले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। साथ ही वे 16 नवंबर तक शपथ ले सकते हैं।

नीतीश कुमार इस बार सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। सबसे पहले साल 2000 में वो मुख्यमंत्री बने थे और तब से अबतक अलग-अलग मौकों पर वो शपथ ले चुके हैं।

चुनाव नतीजों में इस बार भारतीय जनता पार्टी एनडीए में बड़ा भाई बनी है। ऐसे में लगातार बीजेपी के कुछ नेता ऐसी मांग उठा रहे थे कि इस बार मुख्यमंत्री बीजेपी का ही बनना चाहिए।लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को बीजेपी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए साफ कर दिया कि बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में ही एनडीए की सरकार बनेगी।

जनता मालिक है- नीतीश कुमार 

बुधवार देर शाम को नीतीश कुमार की ओर से चुनाव नतीजों पर पहली प्रतिक्रिया दी गई। उन्होंने लिखा कि जनता मालिक है और उन्होंने एनडीए को पूर्ण बहुमत दिया है। नीतीश कुमार ने इसी के साथ लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनाव के दौरान सहयोग के लिए शुक्रिया।

गौरतलब है कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को कुल 125 सीटें मिली हैं, इनमें से 74 भाजपा को, 43 जदयू, 4 हम और 4 VIP को सीटें मिली हैं। वहीं, तेजस्वी की अगुवाई वाला महागठबंधन सिर्फ 110 पर रुक गया। ऐसा करीब दो दशक के बाद हुआ है जब एनडीए में साथ रहते हुए बीजेपी की सीटें जदयू से अधिक हो।

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