चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा की। जिसके बाद चारों तरफ बवाल हो गया। सभी चुनाव आयोग द्वारा घोषित तारीख को देखकर हैरान थे। इसकी वजह थी चुनाव आयोग के बताने से पहले ही कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख पहले ही सार्वजनिक हो गई थी।

दरअसल, चुनाव आयोग से 15 मिनट पहले ही बीजेपी के आईटी सेल इंचार्ज अमित मालवीय ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी। जब चुनाव आयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तो  आयोग से पहले ही अमित मालवीय ने चुनाव तारीख बता दी।

आज सुबह 11 बजे दिल्ली में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। चुनाव आयुक्त ओपी रावत सिलसिलेवार तरीके से चुनावों के बारे में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने अब तक तारीखों की घोषणा नहीं की थी, कि इसी बीच 11 बजकर 8 मिनट पर अमित मालवीय ने ट्वीट कर दिया।BJP leader Amit Malviya has announce Date of election before the Election Commission

मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा कि कर्नाटक में 12 मई 2018 को वोटिंग होगी और 18 मई 2018 को काउंटिंग होगी। अमित ने जिस वक्त ये ट्वीट किया, उस वक्त दिल्ली में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी। मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत चुनाव के बारे में बता ही रहे थे, उन्होंने न ही मतदान की तारीख बताई थी और न ही मतगणना की तारीख की घोषणा की थी, बावजूद इसके अमित मालवीय ने ट्वीट कर चुनाव तारीख की घोषणा कर डाली।

हालांकि, अमित के ट्वीट करने के बाद ही उस पर सवाल उठने लगे। सोशल मीडिया पर ही लोग रिएक्ट करने लगे और अमित मालवीय से सवाल पूछने लगे कि आयोग से पहले उन्होंने कैसे ये जानकारी बता दी. जिसके बाद अमित मालवीय ने कुछ मिनटों में ही अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।

अमित मालवीय के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिपोर्टर्स ने चुनाव आयुक्त से सवाल पूछ लिया कि अभी तक आपने घोषणा नहीं की है, लेकिन बीजेपी के आईटी सेल के इंचार्ज ने चुनाव की तारीख बता दी है। इस पर चनाव आयुक्त ने कहा कि यह गंभीर मामला है और हम इसकी जांच करेंगे। चुनाव आयुक्त ने कहा है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि चुनाव आयोग ऐलान किया है कि कर्नाटक में 12 मई को वोट डाले जाएंगे और 15 मई को वोटों की गिनती होगी। चुनाव आयोग के मुताबिक 17 से 24 अप्रैल तक नामांकन भरे जाएंगे।

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