लोकसभा से नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 पारित होने का विरोध असम में आज तीसरे दिन भी जारी रहा। छात्र संघठन, पत्रकार संघठन, साहित्यकार, समाजसेवी और शिक्षाविद, बुद्धिजीव सभी इस बिल का विरोध कर रहे हैं।

असम के जोरहाट में छात्रों ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की शव यात्रा निकाली और मुख्यमंत्री का पुतला फूंका, वही नागरिकता विधेयक पर टिप्पणी करने वाले असमी साहित्यकार और साहित्य अकादमी से सम्मानित हिरेन गोहेन, आरटीआई कार्यकर्ता अखिल गोगोई, वरिष्ठ पत्रकार मंजीत महंत के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है।

गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने यहां पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए लातासिल पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 124 (ए), 120 (बी) समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

कुमार ने कहा, “इन सभी के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज किया गया है। मैं इसकी जांच कर रहा हूं कि यहां सात जनवरी को हुई नागरिक समाज की बैठक के दौरान उन्होंने क्या कहा था।” तीनों एक नागरिक संगठन, नागरिक समाज के सदस्य हैं जो नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध कर रहा है।

नामी साहित्यकार और गौहाटी विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रोफेसर गोहेन ने कहा कि उन्हें पता चला है कि उनके खिलाफ देशद्रोह का एक मामला दर्ज किया गया है लेकिन किस आधार पर दर्ज किया गया इसका पता नहीं है। गोगाई चर्चित आरटीआई कार्यकर्ता और कृषक मुक्ति संग्राम समिति के प्रमुख हैं।

महंत असम के एक अखबार के पूर्व कार्यकारी सम्पादक और स्तंभकार हैं। कृषक मुक्ति संग्राम समिति 70 सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर असम में विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। गुवाहाटी पुलिस ने दिसपुर, भानागढ़, बसिष्ठ और हाथीगांव के अंतर्गत आने वाले इलाके में धारा 144 लगा रखी है।

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