Dharamlal Kaushik: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Dharamlal Kaushik) ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। धरमलाल कौशिक ने कहा कि 5 विधायकों ने जो आरोप शिक्षा मंत्री पर लगाये थे वह सत्य साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब 336 व 69 पेज की कथित डायरी ने यह सिद्ध कर दिया है कि कांग्रेस की सरकार छोटे-मोट भ्रष्टाचारों पर विश्वास नहीं रखती है।
धरमलाल कौशिक ने कहा कि 366 करोड़ का लेने-देन तो सिर्फ एक अधिकारी की डायरी में है। ऐसी कई और डायरियां सामने आने वाली हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के भोले-भाले शिक्षकों से भारी राशि अवैध रूप से ली गई है, और डायरी में बडे सिलसिलेवार तरीके से एक-एक व्यक्ति जिससे राशि ली गई व जिसे दी गई है इसका विवरण दर्ज है। कांग्रेस सरकार कितनी भ्रष्ट है। उन्होंने कहा कि आखिरकार कौन सी भाभी जी को एवं कौन से बड़े साहब को राशि दी गई इसकी भी जांच होनी चाहिये।
Dharamlal Kaushik बोले- लेन-देन में लिप्त अधिकारियों को निलंबित करे सरकार
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने दावा करते हुए कहा कि भाभी जी को 25 करोड़ रुपये कई किस्तों में पहुंचाया गया है और बड़े साहब को भी कई करोड़ रुपये पहुंचाये गये हैं। इसके अतिरिक्त सप्लायरों से भी जमकर वसूली की गई है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने विधानसभा में सूखा राशन वितरण व सड़ी सोयाबीन के संबंध में 400 करोड़ के घोटाला का मामला प्रमुखता से उठाया था। जिस पर स्वयं मंत्री जी ने कहा था कि इस मामले की जांच चल रही है।
धरमाल कौशिक ने कहा कि इस कथित डायरी से यह सिद्ध हो गया है कि सूखा राशन मामले में भारी भ्रष्टाचार किया गया है। नेकऑफ, एनसीसीएफ, केन्द्रीय भण्डार व एक ही स्वसहायता समूह से भण्डार क्रय नियम के विपरित 50 करोड़ रुपए का क्रय किया गया वो भी बिना निविदा बुलाये मगर उच्च संरक्षण के कारण अभी तक किसी पर भी कोई कार्यवाही नही की गई है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि करोड़ो रुपये के इस कथित लेन-देन में लिप्त अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए।
Dharamlal Kaushik बोले-शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करें मुख्यमंत्री
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष धरमाल कौशिक ने कांग्रस को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा है। उन्होंने कहा कि घोटाले की डायरी पर बार-बार बात उठाने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दोषी दो आईएएस अधिकारियों को महत्वपूर्ण स्थान पर पदस्थ किया है। उम्मीद है कि इस वायरल डायरी को संज्ञान में लेंगे और भष्ट्राचार को उजागर करेंगे।
उन्होंने कहा कि एक ही प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी के समय पर ही यह डायरियां क्यों बाहर आती हैं? जब हमारी सरकार थी तब इन पर तत्काल कार्रवाई की गई थी। लेकिन भ्रष्टाचार प्रिय कांग्रेस सरकार में यह अधिकारी महत्वपूर्ण पदों पर पदस्थ हैं। इस पूरे प्रकरण पर एसआईटी गठन कर उच्च स्तरीय जांच की जाए और मुख्यमंत्री को तत्काल शिक्षा मंत्री को पद से बर्खास्त कर देना चाहिए।
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