फुटबॉल जगत का चमकता हुआ सितारा इस दुनिया को छोड़ कर चला गया। ‘हैंड ऑफ गॉड’ गोल के लिए मशहूर और अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप जिताने वाले ग्रेट फुटबॉलर डिएगो माराडोना का हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया है।

महज 60 साल की उम्र में  उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। ये दुखद खबर अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन ने साझां की है। माराडोना दिल की बीमारी से ग्रसित थे। दो हफ्ते पहले उन्हें दिमाग में क्लॉटिंग भी हुई थी जिसके बाद उनकी सर्जरी करनी पड़ी। दिल का दौरा उन्हे घर पर ही पड़ा।

माराडोना एक बेहतरीन फुटबॉलर थे। वे मैदान के किंग थे। खेल की दुनिया में उनका नाम बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है। साथी ही कई विवादों में माराडोना घिरे रहे। अलग-अलग खबरों के अनुसार उन्हें शराब की लत लगई थी।

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डिएगो माराडोना ने सन 1986 में अर्जेंटीना को फुटबॉल वर्ल्ड कप का खिताब दिया था। उनके एक विवादित गोल ने इंग्लैंड को जीत से दूर कर दिया था। गोल माराडोना के हाथ से लगकर हुआ था लेकिन रेफरी यह देख नहीं सके और नतीजा अर्जेंटीना वर्ल्ड चैंपियन बना। माराडोना का यही गोल फुटबॉल इतिहास में ‘हैंड ऑफ गॉड’ के नाम से जाना गया।


वर्ल्ड कप जिताने के अगले साल 1987 में माराडोना ने इटैलियन क्लब नेपोली को सीरी-ए का चैंपियन बनाया। 1990 में भी माराडोना ने यही कारनामा किया। 1987 में इटैलियन कप और यूएफा कप में भी माराडोना का जादू चला। हालांकि इस दौरान माराडोना को कोकीन लेने की आदत पड़ गई।

Diego Maradona

उन्होंने 1991 में नेपोली छोड़ दिया और उनपर ड्रग लेने के दोष में 15 महीनों का बैन लग गया। साल 1994 में उन्हें अमेरिका में हुए वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया गया। माराडोना ड्रग टेस्ट में फेल हो गए थे। माराडोना को दिल से जुड़ी बीमारियां साल 1999 में ही लग गई थीं जब उन्हें दो बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। अब 2020 में माराडोना का निधन भी दिल का दौरा पड़ने से ही हुआ।

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