Export Of Cow Dung: कुवैत ने भारत को दिया 192 मीट्रिक टन गोबर का ऑर्डर, इन दो राज्यों से रवाना हुए कंटेनर

Export Of Cow Dung: कुवैत ने भारत से गाय का गोबर मंगाने का फैसला किया है। इससे पहले कुवैत ने ग्लोबल फूड क्राइसिस (Global Food Crisis) के बीच भारत से गेहूं भेजने का आग्रह किया था।

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Export Of Cow Dung: कुवैत ने भारत को दिया 192 मीट्रिक टन गोबर का ऑर्डर, इन दो राज्यों से रवाना हुए कंटेनर
Export Of Cow Dung: कुवैत ने भारत को दिया 192 मीट्रिक टन गोबर का ऑर्डर, इन दो राज्यों से रवाना हुए कंटेनर

Export Of Cow Dung: फसलों के लिए गाय का गोबर काफी उपयोगी माना जाता है। इसको ध्यान में रखते हुए कुवैत ने पहली बार भारत को गाय के गोबर का ऑर्डर दिया है। दरअसल, कुवैत के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि गोबर के इस्तेमाल से खजूर की खेती काफी अच्छे से होती है। आपको बता दें, गोबर की सबसे बड़ी विदेशी खेप राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भेजी जाएगी।

Export Of Cow Dung: गोबर के निर्यात की संभावनाएं बढ़ी

पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं सांसद राधा मोहन सिंह ने कहा कि कुवैत से मिले इस ऑर्डर से गाय के गोबर की निर्यात की संभावनाएं बढ़ी हैं। भारत विश्व का सबसे बड़ा गोबर उत्पादक देश है और धीरे-धीरे यह गोबर के निर्यात पर फोकस करते हुए योजना बनाने वाली है। साथ ही उन्होंने बताया कि अभी मिले ऑर्डर की खेप आज राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भेजी जा रही हैं। इस पहली खेप में कुवैत को 192 मीट्रिक टन गोबर की खेप भेजी जाएगी।

इसे राजस्थान के कनकपुरा रेलवे स्टेशन से मुंबई भेजा जा रहा है, वहां से गोबर को जहाज के जरिए कुवैत ले जाया जाएगा। इस खेप को कस्टम विभाग की निगरानी में जयपुर के टोंक रोड स्थित श्री पिंजरापोल गोशाला में सनराइज ऑर्गेनिक पार्क में पैक किया गया है। पहली बार भारत को किसी देश से गोबर का इतना बड़ा ऑर्डर मिला है।

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अच्छी खेती के लिए इस्तेमाले होता है गोबर

Export Of Cow Dung: वैज्ञानिकों ने बताई गोबर का महत्व

कुवैत के कृषि वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में पाया कि गाय के गोबर का इस्तेमाल करने से खजूर की खेती में फायदा हो रहा है। इसी के बाद कुवैत की कंपनी लैमोर ने गाय के गोबर की मांग की है। दरअसल, गोबर के पाउडर से फलों के उत्पादन और आकार पर भी काफी असर पड़ता है।

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