दिवाली के पर्व की शुरुआत धनतेरस के साथ होती है

धनतेरस पर खरीदी गईं चीजें बेहद शुभ और लाभकारी होती हैं

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी तिथि को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है

इस दिन मां लक्ष्मी की कथा सुनने से सौभाग्य, धन व समृद्धि की प्राप्ति होती है

धनतेरस दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला धन और दूसरा तेरस

जिसका अर्थ होता है धन का 13 गुना

धनतेरस का महत्व है कि इस दिन कोई भी चीज खरीदने से उसका 13 गुना लाभ मिलता है

इस दिन घर पर मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर का आगमन होता है

ऐसे में संध्या के समय मां लक्ष्मी की विशेष तौर पर पूजा-अर्चना करनी चाहिए

भगवान विष्णु ने लक्ष्मी जी क्रोधित होकर शाप दे दिया कि वह किसान की 12 साल तक सेवा करेंगी

जिसके बाद 12 साल तक मां वहीं उस किसान के घर में रहीं

12 साल बाद जब उन्होंने किसान से कहा कि तेरस पर रात्रि में घी का दीपक जलाकर एक तांबे के कलश में रुपये और पैसे भरकर मेरी पूजा करें

इससे सालभर मैं तुम्हारे घर ही रहूंगी

तब से धनतेरस का पर्व मनाया जाता है

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