भारत-नेपाल की सोनौली बार्डर से एसएसबी के जवानों ने चेकिंग के दौरान आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक आतंकी को धर दबोचा। पूछताछ में पता चला कि वह भारत एक मिशन के तहत आ रहा था। उसके पास से पाकिस्तानी पासपोर्ट भी बरामद हुआ है। सीमा पर आतंकी के पकड़े जाने से सुरक्षा एजेंसियों ने बार्डर पर चौकसी बढ़ा दी है। साथ ही चेकिंग की प्रक्रिया को और जटिल बना दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके।

उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में नेपाल से सटे सोनौली बॉर्डर पर भारतीय जवान अपनी रूटीन चेकिंग कर रहे थे। चेकिंग के दौरान संदिग्ध दिख रहे एक आदमी को जवानों ने पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान आतंकी ने बताया कि उसका नाम नसीर है और वह पाकिस्तानी पासपोर्ट के सहारे भारत में घुसने की कोशिश कर रहा था। उसने बताया कि पाकिस्तान में उसे तीन महीने की ट्रेनिंग भी मिली है। उसने कई साल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के बनिहाल तहसील में गुजारे। साथ ही हर तरह के हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली।

विदित है कि शहीद लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या के पीछे भी हिजबुल मुजाहिद्दीन का हाथ बताया जा रहा है। ऐसे में यह अनुमान लगाना गलत नहीं कि हिजबुल मुजाहिद्दीन ने भारत विरोधी अपनी नीति को रफ्तार देना शुरू कर दिया है। साथ ही पाकिस्तान का यह राग अलापना कि वह किसी भी आतंकी को शरण नहीं देता और वह आतंकवाद के खिलाफ सख्त है, सरासर झूठ बोलकर अपने नकाब को छिपाना है। फिलहाल आतंकी नसीर को कड़ी सुरक्षा के बीच एटीएस ने पूछताछ के लिए लखनऊ ले गई है।

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