इंदौर के बिलेश्वर मंदिर पर चला प्रशासन का बुलडोजर, बावड़ी में गिरने से हुई थी 36 लोगों की मौत

0
81
Indore News
Indore News

Indore News: इंदौर के बिलेश्वर महादेव मंदिर में रामनवमी के दिन एक दर्दनाक हादसा हुआ था। इस हादसे के बाद अब नगर निगम और प्रशासन ने मंदिर परिसर में अवैध निर्माण को तोड़ने का फैसला लिया है। इसके लिए कार्रवाई भी शुरू की जा चुकी है। बता दें कि रामनवमी के दिन बिलेश्वर शिव मंदिर में बावड़ी की छत गिरने की वजह से कई लोगों की मौत हो गई थी।

Indore News
Indore News

प्रशासन द्वारा शिव मंदिर तोड़ने की कार्रवाई को लेकर लोग काफी गुस्सा हैं और विरोध कर रहे हैं। बता दें कि उस हादसे में 36 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इसके कुछ दिनों बाद अब मध्य प्रदेश के इंदौर में बेलेश्वर महादेव मंदिर में आज अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए पांच से अधिक बुलडोजर चलाए गए हैं। बिना किसी व्यवधान के कार्रवाई को सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम और पुलिस अधिकारियों की एक बड़ी टीम सोमवार सुबह मंदिर पहुंची है।

Indore News: इलाके की सुरक्षा होगी सुनिश्चित- इंदौर नगर निगम

Indore News: इंदौर नगर निगम अतिरिक्त आयुक्त सिद्धार्थ जैन ने बताया कि इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहां जो निर्माण नियम अनुसार नहीं था उसे हटाया है। हम बावड़ी को पूरी तरह भर देंगे जिससे ऐसी घटना न हो। यहां कुल 200-250 का बल तैनात है। शहर में जितने भी ऐसे निर्माण हैं उसके लिए लोगों से बात करते हुए हटाने का काम किया जाएगा।

मंदिर क्षेत्र जो ढह गया वह एक अवैध ढांचा था और इंदौर नगर निगम ने पिछले साल विध्वंस के लिए बावड़ी के कवर को चिह्नित किया था। लेकिन मंदिर ट्रस्ट द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने की चेतावनी के बाद वे पीछे हट गए थे। रामनवमी पर भीड़ के भार से बावड़ी की छत टूट गई। घटना के समय हवन किया जा रहा था। बिलेश्वर शिव मंदिर ट्रस्ट को इंदौर नगर निगम ने दो महीने पहले ही नोटिस भेजा था और लिखा था कि बावड़ी पर आरसीसी निर्माण न किया जाए। लेकिन इसके बावजूद बावड़ी के ऊपर निर्माण किया गया था।

Indore News
Indore News

Indore News: एक निजी ट्रस्ट द्वारा प्रबंधित मंदिर स्नेह नगर में स्थित है। जो इंदौर की सबसे पुरानी आवासीय कॉलोनियों में से एक है। 200 साल पुरानी बावड़ी चार लोहे के गर्डरों, कंक्रीट की एक पतली परत और टाइलों से ढकी हुई थी। जो रामनवमी पर पूजा करने के लिए इकट्ठा हुई भीड़ का वजन उठाने में असमर्थ थी। बता दें कि मंदिर की छत के रूप में एक टिन शेड स्थापित किया गया था। हवन के लिए श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में एकत्रित हुए लोगों को यह नहीं पता था कि उनके पैरों के नीचे की जमीन में जंग लगी लोहे की ग्रिल के बीच एक गहरा कुआं छिपा हुआ है।

Indore News: मध्यप्रदेश सीएम ने हादसे को लेकर कही ये बात

शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अपने निवास कार्यालय से जिलाधिकारियों को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा था कि पारंपरिक प्राचीन कुओं और बावड़ियों की पहचान कर उनकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि बिना भरे हुए कुओं और बावड़ियों को लेकर विशेष रूप से सतर्क रहें। यदि कोई ऐसी जगह है तो उसे खोलकर ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए जिससे दुर्घटना की संभावना न रहे।

संबंधित खबरें…

Udhdhav Thackeray ने कॉलेज डिग्री को लेकर PM Modi पर साधा निशाना, भाजपा पर ध्रुवीकरण का लगाया आरोप

इंदौर मंदिर हादसे में अब तक 34 लोगों के शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here