Amit Shah की मौजूदगी में Karbi Anglong Agreement पर हस्ताक्षर

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Amit Shah
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Karbi Anglong Agreement : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) और कार्बी संगठनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में Karbi Anglong Agreement पर हस्ताक्षर हुआ। इस समझौते के बाद 5 से अधिक संगठनों के लगभग 1000 विद्रोहियों ने हथियार छोड़ दिए हैं। कार्बी क्षेत्र में विकास करने के लिए असम सरकार 5 वर्षों में लगभग 1000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह समझौता दिल्‍ली में हुआ।

कार्बी के विकास के लिए 1000 करोड़ रुपये

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कार्बी आंगलोंग शांति समझौता (Karbi Anglong Agreement) कार्बी क्षेत्र और असम के इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखा जाएगा। आज 5 से अधिक संगठनों के लगभग 1000 विद्रोही हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। केंद्र और असम सरकार उनके पुनर्वास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। गृह मंत्री अमित शाह ने यह भी कहा कि असम सरकार 5 वर्षों में कार्बी क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 1000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। नरेंद्र मोदी सरकार की नीति है कि हम अपने कार्यकाल के दौरान ही एक समझौते में किए गए सभी वादों को पूरा करते हैं। 

पहले केे समझौतों की लगभग सभी शर्तें पूरी हुई

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा बोडोलैंड समझौता Bodoland Agreement हो, Bru Agreement या NLFT Agreement सरकार ने 80% से अधिक शर्तों को पूरा किया है। बोडोलैंड समझौते में लगभग सभी शर्तें पूरी की गई हैं। मैं पांच संगठनों और असम के मुख्यमंत्री के प्रतिनिधियों को आश्वासन देता हूं कि हम कार्बी आंगलोंग क्षेत्र में लंबे समय तक शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त करते हुए निर्धारित समय सीमा के भीतर समझौते में निर्धारित सभी शर्तों को पूरा करेंगे।

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कार्बी आंगलोंग शांति समझौते के दौरान असम से आए प्रतिनिधियों से मिलते गृहमंत्री अमित शाह।

1980 के दशक से साक्रिय है कार्बी के विद्रोही

कार्बी असम का एक प्रमुख जातीय समुदाय है। कार्बी के द्वारा विद्रोह का असम में एक लंबा इतिहास रहा है, यह समूह 1980 के दशक से कई हत्याओं, जातीय हिंसा, अपहरण और कई अपराधों मेंं शामिल है। कार्बी विद्रोह का अलग कार्बी आंगलोंग राज्य और उत्तरी कछार हिल्स (North Cachar Hills) के लिए है।

इंगती कथार सोंगबिजीत ने भी आत्मसमर्पण किया था

इससे पहले राज्य के विधानसभा चुनाव से पहले। असम के Most Wanted नेताओं में से एक और कार्बी आंगलोंग जिले के पांच आतंकवादी संगठनों से संबंधित इंगती कथार सोंगबिजीत (Ingti Kathar Songbijit) जो हिंसा के कई मामलों में आरोपी था। उसने फरवरी में 1039 अन्य विद्रोहियों के साथ गुवाहाटी में एक समारोह में तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के सामने आत्मसमर्पण किया था।

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