यूपी का चुनाव अब अपने अंजाम पाने के मोड़ पर है, आखिरी दौर का प्रचार बस अब बाकी है। यूपी में 8 मार्च को आखिरी दौर के मतदान होने हैं। इसी आखिरी चरण के लिए सारी पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगी है। अंतिम दौर में होने वाले मतदान कुछ खास भी हैं क्योंकि बात यहां प्रतिष्ठा की है। काशी में नाक की लड़ाई चल रही है। वाराणसी, पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है जहां कुल 8 विधानसभा सीटें हैं। चूंकि यह पीएम का संसदीय क्षेत्र हैं तो अन्य राजनीतिक पार्टियां यहां सेंध लगाने की ताक में है। विरोधियों का पूरा फोकस वाराणसी की सीटों पर है। अब सवाल यहां यह उठता है कि काशी में क्या होगा? क्या बीजेपी काशी को बचा पाएगी?

देश में चुनावों के साथ साथ राष्ट्रवाद का मुद्दा भी पूरे उबाल पर है। एक तरफ रामजस कॉलेज के विवाद से सुर्खियों में आई गुरमेहर कौर, दूसरी तरफ अब केरल में आरएसएस के पदाधिकारी कुंदन चंद्रावत का विवादास्पद बयान। जेएनयू में हाल ही में कश्मीर की आजादी के पोस्टर्स लगा दिए गए हैं। देश में असहिष्णुता का माहौल चल रहा है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि देश में असहिष्णु लोगों के लोगों की कोई जगह नहीं है। तो क्या राजनीतिक दल इस बात को गंभीरता से लेंगे? या फिर इन मसलों पर सियासी रोटी सेंकने का यह काम बदस्तूर जारी रहेगा।

एपीएन के स्टूडियो में इन्हीं दोनों खास मुद्दों पर चर्चा की गई, खास शो मुद्दे का संचालन एंकर हिमाशु दीक्षित ने किया। शो में सुरेंद्र राजपूत (प्रवक्ता, यूपी कांग्रस), संजीव मिश्रा (प्रवक्ता ,सपा), वीना पांडे (नेता, बनारस बीजेपी), अवतार सिंह भडाना (वरिष्ठ नेता, बीजेपी), गोविंद पंत राजू (सलाहकार सम्पादक, एपीएन) को बतौर मेहमान बुलाया गया।

संजीव मिश्रा ने कहा कि बनारस को क्योटो बनाने के काम की कागजी कार्यवाही अभी तक नहीं हो पाई है। बुलेट ट्रेन भी अभी कागजों पर नहीं आई है। पीएम मोदी बस एक अच्छे वक्ता हैं, उनको गोल्ड मैडल मिलना चाहिए। संजीव जी ने दावा किया कि  बनारस में बीजेपी की हार तय है और हमारी विजय होगी। यूपी सरकार ने अपने सारे दायित्व निभाए हैं। असहिष्णुता की बात पर उन्होंने कहा कि शिक्षा के मंदिर में जो इस तरह के मामले हो रहे हैं उन पर रोक लगनी चाहिए।

सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वाराणसी में पीएम लोकप्रिय है। बनारस शहर किसी के आधीन नहीं है। शहर ने 3 साल खुद के बदलने का इंतजार किया है मगर कुछ बदलाव नहीं हुआ। बनारस में काम हुआ है, सीएम साहब ने 24 घंटे बिजली दी, सड़के बनवाई। असहिष्णुता के मुद्दे पर सुरेंद्र जी ने कहा कि यूपी में बीजेपी जब चुनाव को साम्प्रदायिक नहीं कर पाए तो एक आवाज केरल से आई और दूसरी आवाज दिल्ली से। कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है, यह बात संसद द्वारा पारित है, और पूरे देश के द्वारा भी।

अवतार सिंह ने कहा कि काशी के आशीर्वाद से पूरा यूपी बदलेगा, बीजेपी को ही जीत मिलेगी। पश्चिम यूपी से हम जीतते आ रहे हैं तो पूर्व में भी हमारी जीत होगी। विकास के काम में यूपी की सरकार एक अड़चन है। पीएम मोदी जी पूरे देश के साथ साथ,वाराणसी के सांसद के रुप में क्षेत्र की पीड़ा समझते हैं। आगे उन्होनें कहा कि कश्मीर पर कितने लोगों ने कुर्बानी दी है। कश्मीर पर राजनीति हो रही है। कश्मीर हमारा है और हमेशा रहेगा।

गोविंद पंत राजू ने कहा कि यूपी के समीकरण का समाधान 11 मार्च को हो जाएगा। चुनावी दौर खत्म हो रहा है तो प्रतिभागी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में लगे हैं।  बीजेपी वहां अपनी पूरी ताकत लगा रही है तो इस बात की आलोचना करने की बजाए कि वह हारने के डर से चिंतित हैं इसीलिए ऐसा कर रहे हैं , उनसे सीख लेनी चाहिए। और रही बात कुंदन चंद्रावत के बयान की तो उस पर कार्रवाही होनी चाहिए। दिल्ली के छात्र संघों का इस्तेमाल राजनीति द्वारा बड़े मुद्दों के तौर पर हो रहा है,मात्र जनता का ध्यान भटकाने के लिए।

वीना पांडे ने कहा कि वाराणसी में लगातार विकास हुआ है। गंगा के घाट से लेकर विद्दुत तक का विकास हुआ है। हम सबका साथ, सबका विकास में विश्वास रखते हैं। सपा सरकार के राज में न रोड सही है, न कोई विकास हुआ है। विकास बोलता नहीं, विकास दिखता है।

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