लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमो मायावती की हो रही संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में मायावती ने कहा कि ये ऐतिहासिक प्रेस कांफ्रेंस भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों गुरू-चेले की नींद उड़ाने वाली है।

जनहित में सपा और बसपा का गठबंधन हुआ। बीजेपी के तानाशाही रवैये से जनता परेशान है। लखनऊ गेस्ट हाउस कांड से भी ऊपर उठकर यह गठबंधन हो रहा है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यूपी में बीजेपी ने बेइमानी से सरकार बनाई है। जनविरोधी को सत्ता में आने से रोकेंगे। बीजेपी की अहंकारी सरकार से लोग परेशान है। जैसे हमने मिलकर उपचुनावों में बीजेपी को हराया है, उसी तरह हम लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराएंगे।

कांग्रेस के साथ गठबंधन न करने के सवाल पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि आजादी में काफी लंबे समय तक देश और अधिकांश राज्यों में कांग्रेस ने राज्य किया। कांग्रेस के शासनकाल में गरीबी, भ्रष्टाचार बढ़ा है।

कांग्रेस और बीजेपी की सोच और कार्यशैली एक जैसी नजर आती है। रक्षा सौदे की खरीद में इन दोनों सरकारों में जबरदस्त घोटाले हुए। कांग्रेस के साथ लड़ने में हमें कोई खास फायदा नहीं होता है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सपा और बसपा 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के लिए रायबरेली और अमेठी की सीट छोड़ दी गई है। इसके अलावा बाकी दो सीटें सहयोगियों को दी जाएगी।

प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश बोले

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मायावतीजी पर बीजेपी नेताओं ने अशोभनीय टिप्पणियां की। इन नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। मैं बता देना चाहता हूं कि मायावतीजी का सम्मान मेरा सम्मान है। उनका अपमान मेरा अपमान है।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे देश में अराजकता का माहौल है। प्रदेश में भूखमरी और गरीबी चरम पर है। बीजेपी धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है। बीजेपी के राज में हर वर्म परेशान है।

बता दें सपा-बसपा के गठबंधन के ऐलान के लिए साझा प्रेस कांफ्रेंस उसी जगह होने जा रही है जहां 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी व अखिलेश यादव ने साझा प्रेस कांफ्रेंस करके गठबंधन की घोषणा की थी।

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