Nainital HC: नैनीताल घूमने के लिए आने वाले सैलानियों के लिए गुड न्यूज है। अब उन्हें यहां तक पहुंचने के दौरान घंटों जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। दरअसल सीएम पुष्कर सिंह धामी का ड्रीम प्रोजेक्ट नैनीताल में जाम से मुक्ति दिलाएगा। इसके साथ ही यहां परिवहन भी सस्ता होगा।अब पर्यटक बगैर किसी जाम के रानीबाग से नैनीताल का सफर 60 मिनट में पूरा कर लेंगे। जहां अभी तक इस सफर को पूरा करने में पूरा डेढ़ घंटे का वक्त लगता है।
इसी बीच अगर जाम लंबा हो तो सफर दो से तीन घंटे लंबा हो जाता था। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से अक्टूबर 2018 में रानीबाग से नैनीताल तक के रोपवे प्रोजेक्ट का डिजाइन तैयार किया गया था।
Nainital HC:प्रोजेक्ट में मल्टी लेवल कार पार्किंग
Nainital HC:प्रोजेक्ट में मल्टी लेवल कार पार्किंग भी शामिल है। करीब 11-12 किलोमीटर लंबाई के रोपवे प्रोजेक्ट रानीबाग एचएमटी फैक्ट्री से साढ़े तीन किलोमीटर में डोलमार, वहां से 4.7 किमी में ज्योलीकोट और फिर तीन किमी हनुमानगढ़ी नैनीताल है।रानीबाग से मात्र पांच से दस मिनट में काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुंचा जा सकता है।
Nainital HC: प्रोजेक्ट में ये चीजें हैं प्रस्तावित
हनुमानगढ़ी में रिटेल शॉप, फूड एंड बेवरेज आउटलेट्स, पब्लिक कन्वीनियंस, ज्योलीकोट में ईको टूरिज्म रिजार्ट, रिटेल शाप, फूड एंड बेवरेज आउटलेट्स, एचएमटी, रानीबाग में थ्री स्टार होटल, मल्टी लेवल कार पार्किंग, रिटेल शाप, फूड एंड बेवरेज आउटलेट्स, मल्टी काशन रेस्टोरेंट, फास्ट फूड रेस्टोरेंट आदि का निर्माण प्रस्तावित है।
पर्यटकों का मनपसंद ट्रैवलिंग डेस्टीनेशन हैं नैनीताल
नैनीताल पर्यटकों का मनपसंद ट्रैवलिंग डेस्टीनेशन है।गर्मियों की छुट्टियां बिताने के लिए हर कोई नैनीताल की खूबसूरत वादियों में आना चाहता है। मई और जून में नैनीताल पर्यटकों से पूरी तरह भर जाता है।ऐसे में वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। पर्यटक जाम में फंसकर सिस्टम को कोसते हैं। इससे सरकार व स्थानीय पुलिस-प्रशासन की छवि पर असर पड़ता है। रोपवे बन जाने से पर्यटक बगैर किसी जाम के सुगम यात्रा का आनंद ले सकेंगे। इसके साथ ही रोपवे से सफर का रोमांच भी ले सकेंगे।
स्थानीय लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे।मालूम हो कि 3 साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस प्रोजेक्ट की नैनीताल में घोषणा की थी। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने डिजाइन तैयार किया।उस दौरान प्रोजेक्ट की लागत करीब 500 से 550 करोड़ रुपये आंकी गई थी।
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