उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में योग महोत्सव को संबोधित किया। महोत्सव को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि सूर्य नमस्कार और नमाज की पूरी प्रक्रिया अगर देखें तो हम पाएंगे कि मुस्लिम बंधु जो नमाज पढ़ते हैं वह सूर्य नमस्कार से काफ़ी मिलती जुलती है। दोनों बिल्कुल एक जैसी क्रिया है लेकिन उन्हें जोड़ने का प्रयास नहीं किया गया क्योंकि जो लोग सत्ता में थे उन्हें योग की नहीं, भोग की आदत थी। व्यायाम फिटनेस देता है लेकिन एक समय के बाद शारीरिक और फिर मानसिक रूप से कमजोर करेगा। योग करने वाला व्यक्ति प्रारंभ से अंतिम समय तक स्वस्थ रहता है।
मुख्यमंत्री योगी ने योग के बारे में आगे बोलते हुए कहा कि 2014 के पहले योग की बात करने वाले को सांप्रदायिक कहा जाता था, लेकिन पीएम मोदी और बाबा रामदेव की अगुवाई में योग आज विश्व के 192 देशों में मनाया जाता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि लोग साधू को भीख नहीं देते प्रधानमंत्री ने मुझे उत्तरप्रदेश सौंप दिया है। मेरे जैसे योगी के बारे मे लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं लेकिन मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सकारात्मकता सीखी है। मैंने पूरे उत्तरप्रदेश का दौरा किया है। मुझे यहाँ की हर बीमारी का पता है इसलिए बीमारियों को खत्म करने और लोगों को हित में कड़े फैसले लेने से मै पीछे नहीं हटूंगा।
योगी ने सत्ता सँभालने के बाद से अब तक हुए कई बड़े फैसलों की बात करते हुए कहा कि अभी तो केवल कुछ छोटे फैसले हुए हैं। एक हफ्ते के अन्दर अभी कई बड़े फैसले होने बाकी हैं। इस महोत्सव में योगी के साथ बाबा रामदेव भी शामिल होने पहुंचे थे। खुद को सीएम बनाये जाने की बात करते हुए योगी ने कहा कि मुझे अचानक बुला कर कहा गया कि आपको यूपी का मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। कल शपथ लेनी है। उस समय मेरे पास सिर्फ एक जोड़ी कपड़े थे।
योगी के आज दिए बयान के बाद यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में भी योगी का एक्शन बेझिझक जारी रहेगा। इसके अलावा नमाज और सूर्य नमस्कार के योगी के बयान को उनकी फायरब्रांड नेता की छवि में बदलाव से जोड़कर देखा जा रहा है।