नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की दिल्ली जोनल यूनिट ने नये साल से पहले एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस यूनिट ने दिल्ली में हाईप्रोफाइल ड्रग रैकेट का पर्टाफाश करते हुए तीन प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी के छात्रों को गिराफ्तार किया है। पकड़ें गए छात्रों में दो दिल्ली यूनिवर्सिटी और एक-एक जेएनयू और एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र है।

इन छात्रों के पास से 1.40 किलोग्राम चरस और 03 NOS की मात्रा में एलएसडी ब्लाटिंग पेपर (नशे की एक लिक्विड फार्म) बरामद हुआ है। एनसीबी ने चारों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले के जांच अधिकारी मामले की छानबीन में लगे हैं।

एनसीबी ने नए साल के ठीक पहले मादक पदार्थ की आपूर्ति करने वाले गिरोह में कथित तौर पर शामिल होने के मामले में यह बड़ी कार्रवाई की है। बताया जाता है कि मादक पदार्थों का दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैम्पस और उसके आसपास के छात्रों की नए साल की पार्टी में आपूर्ति की जानी थी। एनसीबी, दिल्ली जोन ने चारों छात्रों की पहचान डीयू, जेएनयू और एमिटी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले के तौर पर की है। ये तीनों शिक्षण संस्‍थान राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्‍ली के प्रतिष्ठित विश्‍वविद्यालय माने जाते हैं। एनसीबी ने इन्‍हें नार्कोटिक ड्रग्‍स एंड साइकोट्रोपिक सब्‍सटेंसेज एक्‍ट (एनडीपीएस) के तहत गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी इसे बड़ी कार्रवाई बता रही है।

एनसीबी के उप-महानिदेशक एसके झा ने कहा, ‘अनिरुद्ध माथुर, तेनजिन फुनचोंग और सैम मलिक सभी चरस लेने के आदी हैं। ये तीनों गौरव से चरस लेते थे। गिरफ्तार छात्रों ने यह भी बताया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी कैंपस क्षेत्र में मादक पदार्थ बड़े स्तर पर लिए जाते हैं। उन्होंने इस गिरोह में शामिल मादक पदार्थों के तस्करों तथा अन्य के बारे में भी जानकारी दी है। इसकी फिलहाल पुष्टि की जा रही है।’ एनसीबी ने बताया कि हिंदू कॉलेज में पढ़ने वाले गौरव का नाम इस गिरोह के सरगना के रूप में सामने आया है। मालूम हो कि नए साल के मौके पर मादक पदार्थों की तस्‍करी बढ़ जाती है, ऐसे में जांच एजेंसियां अतिरिक्‍त सतर्कता बरतती हैं। यह गिरफ्तारी भी उसी के तहत की गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here