भारत और पाकिस्तान के बीच पीओके हमेशा से ही विवादित मुद्दा रहा है और अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी इस पर विवादित बयान दिया है। अब्दुल्ला ने पीओके को पाकिस्तान का हिस्सा बताया है। फारूक अब्दुल्ला ने कल कहा है कि स्वतंत्र कश्मीर की बात ‘गलत’ है क्योंकि घाटी चारों ओर से तीन परमाणु शक्तियों-चीन, पाकिस्तान और भारत से घिरी है। अब्दुल्ला ने यह दावा भी किया कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) पाकिस्तान का है और यह चीज नहीं बदलेगी, चाहे भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के खिलाफ कितने ही युद्ध क्यों ना लड़ लें।

बता दें कि पार्टी मुख्यालय में एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते वक्त उन्होंने यह बात कही। अब्दुल्ला ने कहा कि आजादी के बारे में बात करने वाले ये (अलगाववादी) गलत बात कर रहे हैं। स्वायतत्ता की मांग पर उन्होंने कहा कि राज्य ने भारत में शामिल होने का फैसला किया, लेकिन देश ने कश्मीर के अवाम से विश्वासघात किया और उनसे अच्छा सलूक नहीं किया।

हालांकि इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कल सरकार द्वारा नियुक्त किए गए वार्ताकार दिनेश्वार शर्मा के बारे में कुछ बोलने से इंकार करते हुए कहा कि कश्मीर का विवाद भारत-पाक के बीच है इसलिए पाकिस्तान सरकार से वार्ता करनी होगी। एक दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने एक स्वतंत्र कश्मीर के विचार को खारिज करते हुए कहा था कि यह हकीकत पर आधारित नहीं है।

अब्दुल्ला ने यहां तक कहा कि ‘‘आपको विलय पत्र याद नहीं है और पाक शासित कश्मीर के दूसरे हिस्से पर दावा करते हैं। आप उन शर्तों को क्यों भूल गए जिन पर हम सहमत हुए थे।’’ अब्दुल्ला ने यह भी दावा किया कि पीओके पाकिस्तान का हिस्सा है और बना रहेगा। फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मैं सीधे शब्दों में कहता हूं- न सिर्फ भारत के लोगों को, बल्कि दुनिया से भी जम्मू-कश्मीर का जो हिस्सा पाकिस्तान के साथ है वह पाकिस्तान का है और जो हिस्सा भारत के साथ है, वह भारत का है। यह नहीं बदलेगा। उन्हें लड़ने दीजिए, जितनी लड़ाइयां लड़ना चाहते हैं। यह नहीं बदलेगा।’’ गौरतलब है कि अब्दुल्ला के इस बयान के बाद कश्मीर पर सिसासत एक बार फिर से शुरू हो गई है और आने वाले दिनों में अब्दुल्ला के इस विवाद पर और सियासी तर्क वितर्क होंगे।

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