भारत की विदेश नीति पर कथित तौर पर सदन को गलत सूचना देने के मुद्दे पर विभिन्न  राजनीतिक दलों के नेता विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की तैयारी में हैं। कल राज्यसभा में कांग्रेस ने इस मुद्दे पर बहुत हंगामा किया। लेकिन सुषमा स्वराज ने किसी की न सुनी और विपक्ष को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि ‘इस विदेश नीति की चिंता की जन्मदाता हम नहीं कांग्रेस है। कांग्रेस का अधूरा काम हम पूरा कर रहे हैं। विपक्ष बताए कि किस देश से हमारे संबंध खराब है।’

Sushma Swarajइसके बावजूद भी सत्तापक्ष और विपक्ष में हुए तीखी नोकझोंक में कांग्रेस नेता सुषमा के जवाबों से संतुष्ट नहीं दिखे। सूत्रों के माने तो विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता स्वराज के खिलाफ दो विशेषाधिकार प्रस्ताव लाएंगे। यह प्रस्ताव कथित तौर पर बानडुंग एशिया अफ्रीका संबंधों पर सम्मेलन और 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाहौर दौरे के बारे में गलत जानकारी  देने को लेकर दिए जाएंगे।

वहीं इस दौरान डोकलाम विवाद को लेकर एक बार फिर भारत ने अपना रुख स्पष्ट किया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार को सदन में कहा कि इसका हल केवल बातचीत से संभव है। स्वराज ने कहा कि भारत किसी भी उकसावे में नहीं आएगा और चीन के साथ हर तरह के विवाद को सुलझाने के लिए धैर्य से काम लेगा। स्वराज ने कहा, “धैर्य से ही किसी समस्या का समाधान होता है। अगर धैर्य खो गया तो दूसरा पक्ष आसानी से उकसा सकता है।”

बता दें कि लगभग सात घंटे तक चली इस बहस पर सरकार पर लगाए गए हर आरोप का स्वराज ने बखूबी जवाब दिया। इतना ही नहीं उन्होंने पाकिस्तान के साथ रिश्तों पर भी जवाब देते हुए कहा कि “सरकार की नीति साफ है, पाकिस्तान जिस दिन आतंकवाद की राह छोड़ेगा, भारत उसी दिन से उससे बात शुरू कर देगा। लेकिन आतंकवाद और शांति वार्ता एक साथ नहीं चल सकती है।”

उधर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य आनंद शर्मा ने सुषमा स्वराज पर सदन में झूठ बोलने का आरोप लगाया है। इसके लिए कांग्रेस सरकार में वाणिज्य मंत्री रहे शर्मा ने सुषमा से मांफी मांगने को कहा है।

तो सुषमा स्वराज ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। राहुल की चीन के राजदूत से मुलाकात का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सबसे बड़े विरोधी दल के नेता ने भारत सरकार से स्थिति जानने के बजाय चीन के राजदूत से मिलकर डोकलाम पर जानकारी मांगी।

गौरतलब है कि कांग्रेस लगातार सुषमा स्वराज पर सदन में झूठ बोलने का आरोप लगाती रही  है। कांग्रेस का कहना है कि बुरहान वानी के एनकाउंटर से पहले पठानकोट अटैक हुआ, इसके अलावा 9 और आतंकी हमले हुए जिन्हें सुषमा भूल गईं। इसके अलावा सुषमा पर इराक में फंसे 39 भारतियों को लेकर झूठ बोलने का भी आरोप है।

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