भारतीय रेलवे की हालत भले ही ठीक न चल रही हो लेकिन उसको ठीक करने के लिए शासन और प्रशासन का काम जोर-शोर से चल रहा है। रेलवे के टिकट बुकिंग में कई दिक्कतें आती हैं। ऐसे में रेलवे ने अपनी नियमों कुछ बदलाव किए हैं जिससे अब जरूरतमंद लोगों को भी टिकट मिल सकता है। अब, एक यूजर आईडी से एक महीने में 6 टिकट बुक कर सकते हैं। लेकिन अगर आधार वेरिफाइड है तो 12 टिकट बुक कर पाएंगे। हालांकि, 8 बजे से 10 बजे के बीच सिर्फ 2 टिकट बुक कर पाएंगे। साथ ही क्विक बुक सर्विस सुबह 8 से 12 बजे के बीच नहीं मिलेगी। लॉगिन, पैसेंजर डिटेल और पेमेंट वेब पेजेज में कैप्चा भरना होगा।

एक आईडी से सुबह 10 से 12 के बीच एक दिन में केवल 2 टिकट ही बुक किए जा सकते हैं। तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान एक समय पर दो स्टेशन के बीच 6 सीट बुक की जा सकती है। एस सेशन में केवल एक टिकट ही बुक किया जा सकता है। एजेंट सुबह 8 से 8:30 के बीच, 10 से 10:30 के बीच और 11 से 11:30 के बीच टिकट बुक कर सकते हैं। अधिकृत ट्रैवल एजेंट शुरू के 30 मिनट तत्काल टिकट बुक नहीं कर सकते हैं। ये कदम फर्जी टिकट बुकिंग रोकने के लिए उठाया गया है।  ऑनलाइन टिकट बुकिंग के दौरान यात्री की जानकारी भरने के लिए केवल 25 सेकेंड का समय होगा। वहीं पैसेंजर पेज व पेमेंट पेज पर कैपचा भरने के लिए कमय केवल 5 सेकेंड का होगा। नेटबैंकिंग के जरिए पेमेंट करने के लिए वन टाइम पासवर्ड का इस्तेमाल करना होगा।

इसके अलावा रेलवे ने यात्रियों को राहत देते हुए कई ट्रेनों के टिकटों को भी सस्ता किया है। राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेन के टिकट की कीमत कम हो गई है। दरअसल सरकार ने ट्रेन में बिकने वाले खाने पीने के सामान और टिकट के साथ बुक किए जाने वाले मील पर लगने वाले टैक्स को कम कर दिया है। हाल ही में वित्त मंत्रालय ने जीएसटी को लेकर एक लेटर जारी किया था। इसमें कहा गया था कि रेलवे स्टेशन और ट्रेन में मिलने वाले खाने पीने के सामान पर केवल 5 फीसदी जीएसटी लगाया जाएगा। ट्रेन में खाने पीने के सामान पर 18 फीसदी जीएसटी लगता था।

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