Ram Setu: भाजपा नेता डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी डालकर राम सेतु मामले की जल्द सुनवाई की मांग की। राम सेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक के रूप में मान्यता देने के मामले का भी जिक्र किया गया। अर्जी पर CJI ने कहा, कि इस मामले पर हमने सरकार से जवाब मांगा है। स्वामी ने कोर्ट को बताया कि इस बात को बहुत समय बीत चुका है। केंद्र की ओर से इस मामले पर जवाब भी दाखिल किया जा चुका है।
Ram Setu: मामले की अगली सुनवाई 9 मार्च को
दरअसल सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा है, कि वर्ष 2017 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने रामसेतु को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की बात कही थी। लगभग 5 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक (ASI) ने इस विषय पर कुछ नहीं किया। मामले की अगली सुनवाई 9 मार्च को होगी।
Ram Setu: रामसेतु मन्नार की खाड़ी में चूना पत्थरों से निर्मित श्रृंखला है
रामसेतु भारत और श्रीलंका के बीच मन्नार की खाड़ी में चूना पत्थरों की श्रृंखला है। रामायण के अनुसार रावण की कैद से सीता को छुड़ाने के लिए भगवान राम की वानर सेना ने रामसेतु की निर्माण किया था। रामायण के अनुसार रावण की कैद से सीता को छुड़ाने के लिए भगवान राम की वानर सेना ने रामसेतु की निर्माण किया था।
केंद्र सरकार दायर कर चुका है हलफनामा
इस मामले में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दिया था। जिसमें कहा था, कि सरकार रामसेतु को किसी प्रकार का नुकसान पहुंचाये बगैर ही सेतुसमुद्रम शिप चैनल प्रोजेक्ट के लिए वैकल्पिक मार्ग की संभावना तलाशेगी। शीर्ष अदालत ने पिछले साल 13 नवंबर को केन्द्र को रामसेतु मामले में अपना रुख स्पष्ट करने के लिए छह सप्ताह का समय दिया था। न्यायालय ने स्वामी को यह छूट प्रदान की थी कि अगर केन्द्र अपना जवाब दाखिल नहीं करता है तो वह शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं।
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